भारतीय रेलवे सेवा के रिटायर्ड अफसर अश्वनी लोहानी के जीवन प्रसंगों को उद्धरण देते हुए भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी और चिकित्सा शिक्षा आयुक्त तरुण पिथोड़े ने एक पुस्तक लिखी है। इस पुस्तक का विमोचन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज दिल्ली में किया। आयुक्त चिकित्सा शिक्षा तरुण कुमार पिथोडे़ की पुस्तक ‘मास्टर योर डेस्टिनी-लैसंस फ्रॉम लोहानी’ के विमोचन मौके पर भारतीय रेलवे सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी अश्वनी लोहानी भी उपस्थित थे। लोहानी के सार्वजनिक प्रशासन और प्रबंधन में उल्लेखनीय कैरियर और जीवन को यह पुस्तक लिखी गई है। चिकित्सा शिक्षा आयुक्त पिथोड़े ने कहा कि उनकी नई किताब मैनेजमेंट पर आधारित है जिसमें बताया गया है कि कैसे विषम परिस्थितियों में व्यवस्था को अपने अनुरूप ढाला जा सकता है और यह काम अश्वनी लोहानी ने अपने जीवनकाल में कई बार किया है। इसलिए किताब में उनके जीवन से जुड़े उद्धरण शामिल किए गए हैं। पिथोड़े ने कहा कि किताब केस स्टडी लोहानी के कार्यकाल को लेकर लिया है और उनके एमपी टूरिज्म, रेलवे बोर्ड चेयरमैन, एयर इंडिया के चेयरमैन रहने समेत अन्य पदों पर रहने के दौरान किए गए कामों का अनुभव इसमें समेटा गया है। पिथोड़े की यह छठी किताब ‘मास्टर योर डेस्टिनी-लेसंस फ्रॉम लोहानी’ पिथोड़े द्वारा लिखी हुई 6ठी पुस्तक है। यह पुस्तक प्रबंधन के विविध पहलुओं को अनोखे ढंग से प्रस्तुत करती है। पुस्तक में लोहानी द्वारा विभिन्न स्तरों पर आई चुनौतियों का बखूबी सामना करने के जिक्र के साथ-साथ उनके वरिष्ठों, मित्रों, सहकर्मियों और कनिष्ठों के अनुभवों और फीडबैक पर प्रकाश डाला गया है। उनके द्वारा विभिन्न संगठनों को सफलता की नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए अपनाई गई रणनीतियों का भी वर्णन इस पुस्तक में है। पिथोडे़ द्वारा लिखी गई यह पुस्तक पूर्व अधिकारी लोहानी के अनुभवों को समेटे हुए है। यह पुस्तक भावी अधिकारियों और कॉर्पोरेट जगत को बेहतर प्रबंधन की विशिष्ट सीख देती है।