विक्रम विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में मंगलवार को उज्जैन-देवास के अलग-अलग कॉलेजों के करीब 300 विद्यार्थियों ने गलत मूल्यांकन होने का आरोप लगाते हुए विश्वविद्यालय का घेराव किया। छात्र-छात्राओं का कहना था कि हाल ही में जो बीए और बीएससी प्रथम सेमेस्टर के परिणाम घोषित किए गए है, उनमें एक ही विषय में सैकड़ों छात्रों को कम अंक देकर सप्लीमेंट्री दी गई है। विद्यार्थियो के बीच कुलगुरू ने 15 दिन में मूल्यांकन कार्य की जांच कराने का आश्वासन दिया है। विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा हाल ही में घोषित बीए और बीएससी प्रथम वर्ष के परिणाम घोषित होने के बाद विद्यार्थियों में असंतोष है। विद्यार्थियों का कहना था कि बीएससी के सैकड़ो छात्र-छात्राओं को एक ही बैसीक बॉटनी या ज्यूलॉजी विषय में जीरो अंक या दो से तीन अंक देकर सप्लीमेंट्री दर्शायी गई है। इसी तरह बीए की परीक्षा म फेस वन हिंदी, अंग्रेजी ओर फेस टू इंवायरमेंट स्टडीज में सप्लीमेंट्री दी है। परीक्षा के बाद उत्तर पुस्तिकाओं का सही मूल्यांकन नही हुआ है, जिसके कारण अच्छे पढऩे वाले बच्चों को भी कम अंक दिए है। विश्वविद्यालय पहुंचने वाले विद्यार्थियों में माधव विज्ञान महाविद्यालय, माधव आट्र्स कॉलेज और देवास कॉलेज से थे। अंबेडकर छात्र संगठन के छात्र नेता राम सोलंकी ने बताया कि विश्वविद्यालय में आए ऐसे छात्र है जो पूर्व की परीक्षाओं में अच्छे अंकों से पास हुए है। उन्हें भी जीरो या एक-दो अंक देकर सप्लीमेंट्री दी गई है। ऐसे सभी कॉलेजों के करीब 300 विद्यार्थियों की अंकसूची की फोटो कॉपी विश्वविद्यालय प्रशासन को दी है। हालांकि कुलगुरू प्रो. अखिलेश कुमार पांडे ने बीए और बीएससी प्रथत वर्ष के परिणाम को लेकर 15 दिन में जांच करने का आश्वासन दिया है। कुलगुरू प्रो. पांडे ने कहा कि विद्यार्थियों को ऐसा लगता है कि उनकी उत्तर पुस्तिकाओं का सही मूल्यांकन नही हुआ है तो एक बार फिर से कुछ विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच विषय विशेषज्ञ शिक्षकों के माध्यम से 15 दिन मेंं जांच करवाई जाएगी, यदि गलत मूल्यांकन हुआ है तो स्थिति सामने आएगी।