प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 114वें ऐपिसोड में मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में महिलाओं के प्रयास की सराहनीय की हैं। उन्होंने हरि बगिया स्व सहायता समूह की महिलाओं की तारीफ करते हुए बताया कि छतरपुर की ग्राम पंचायत खौप के बड़ा तालाब जब सुखने लगा तो महिलाओं ने उसे पुनर्जीवित करने का बीड़ा उठाया। पीएम मोदी ने कहा कि हरि बगिया स्व सहायता समूह की महिलाओं ने तालाब से बड़ी मात्रा में गाद निकाला। जिसका इस्तेमाल बंजर भूमि पर फूड फॉरेस्ट तैयार करने के लिए किया है। इन महिलाओं की मेहनत से न सिर्फ तालाब में खूब पानी भर गया बल्कि फसलों की उपज भी बढ़ी है। देश के कोने-कोने में जल संरक्षण के लिए हो रहे ऐसे प्रयास जल संकट से निपटने में मददगार साबित होने वाले है। ढाई साल में 6 एकड़ जमीन में 2300 पौधे उगाए मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिला मुख्यालय से 9 किलोमीटर दूर महोबा रोड पर ग्राम पंचायत खौप में हरी बगिया स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के काम की सराहना की है। जिससे समूह की महिलाओं में खुशी की लहर दिखाई दे रही है। समूह की 10 महिलाओं ने एकजुट होकर बंजर भूमि पर 2 साल 6 महीने पहले 6 एकड़ जमीन में छायादार और फलदार 2300 पौधे लगाने थे। जिससे आज इस बगिया में फल फूल लग चुके है। सरपंच महेश यादव ने बताया कि पूर्व कलेक्टर संदीप ने 3 साल पहले प्राचीन तालाब का गहरी कारण करवाया था। उसी समय समूह की महिलाओं से कलेक्टर ने बात की थी। जिसके बाद पंचायत के सहयोग से कंकरीली बंजर भूमि में तालाब से गाद डलवाया और बगिया का निर्माण कराया था। आज समूह की महिलाएं आत्मनिर्भर हो चुकी है। पार्वती रजक ने बताया कि हम सभी महिलाओं को बहुत अच्छा लग रहा है कि हमारे कार्य की प्रशंसा प्रधानमंत्री जी ने की है। इस बगिया को लगाने में हम सभी ने बहुत मेहनत की है। वहीं, समूह की सदस्य कौशल्या रजक ने बताया कि हम लोगों को ढाई साल पहले शासन ने 6 एकड़ जमीन दी थी। जिसमें हम लोगों ने कड़ी मेहनत की और आज उसका नतीजा है कि हमारे गांव और जिले का नाम पूरे प्रदेश में लिया जा रहा है।