शिवपुरी जिले के कोलारस थाना क्षेत्र के निवोदा गांव में बंजारा समाज के तीन बच्चों की गहरे गड्ढे में भरे पानी में डूबने से हो गई। सूचना के बाद परिजन बच्चों को निकालकर शिवपुरी के निजी अस्पताल लेकर पहुंचे थे। लेकिन यहां बच्चों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद जिला अस्पताल ले जाने के लिए कहा गया था। लेकिन परिजन नहीं माने और तीनों बच्चों के शवों को गांव वापस ले आए। सूचना के बाद मौके पर कोलारस एसडीओपी विजय यादव सहित अन्य पुलिस कर्मी और एसडीएम, तहसीलदार पहुंचे। लेकिन बच्चों के परिजन पोस्टमॉर्टम कराने की राजी नहीं हुए। जानकारी के मुताबिक, निवोदा की बंजारा बस्ती के रहने वाले कुछ बच्चे खेलते बस्ती से बाहर आ गए थे। इनमें से खेलते खेलते 10 साल नीरज पुत्र धारा बंजारा, 8 साल का संजय पुत्र कारू बंजारा और 9 साल का रवि पुत्र सरवन बंजारा गहरे गड्डे में भरे पानी में डूब गए थे। इसके बाद गांव के बच्चों ने भागकर इसकी सूचना परिजनों को दी थी। तीनों बच्चों को बाहर निकाला गया था। परिजन बच्चों को शिवपुरी लेकर पहुंचे थे। लेकिन उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। 6 बहनों के बीच इकलौते भाई की मौत गहरे गड्डे में भरे पानी में डूबने से आज 10 साल के नीरज बंजारा की मौत हुई हैं। बताया गया है कि धारा सिंह के एक के बाद एक 6 बेटियां पैदा हुई थी। नीरज धारा सिंह की सातवीं संतान थी। 6 बहनों के बीच नीरज इकलौता भाई था। नीरज की मौत के बाद परिवार सदमे में आ गया हैं। वहीं संजय और रवि बंजारा भी आपस में चचेरे भाई बताए जा रहे हैं।