जिले के आरोन इलाके में एक युवक ने जहर खा कर सुसाइड कर लिया। वह परीक्षाओं में असफल होने के कारण डिप्रेशन में था। युवक इस बात से चिंतित था कि उसकी उम्र निकली जा रही है। उसने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। घरवालों ने समझाया भी था कि कुछ और काम कर लेना। बुधवार सुबह जिला अस्पताल में शव का पोस्टमॉर्टम किया गया। मिली जानकारी के अनुसार आरोन के रहने वाले नीलेश रघुवंशी(28) प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे, लेकिन सफलता नहीं मिल रही थी। उन्होंने कई एग्जाम दिए, लेकिन उनका चयन नहीं हो सका। इसी कारण वह डिप्रेशन में चल रहे थे। मंगलवार को उन्होंने सलफास की गोली खा ली। घरवाले उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। युवक ने 15 दिन पहले ही गुना से सलफास की गोलियां खरीदी थीं। इंदौर, भोपाल रहकर तैयारी की
नीलेश के भाई डॉ मोहित रघुवंशी ने बताया कि पहले वे अपने छोटे भाई को इंदौर ले गए थे। वहां उसने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की। इसके बाद एक वर्ष तक भोपाल में रहकर तैयारी की। उनके भाई नीलेश ने उनसे कहा कि वह गुना में रहकर ही तैयारी करेगा। इसके बाद नीलेश गुना आ गए और यहां भी एग्जाम की तैयारी की। उनके भाई ने बताया कि नीलेश कई दिनों से तनाव में था। उन्होंने उसे कई बार समझाया कि हर व्यक्ति सफल नहीं होता और जीवन में अन्य विकल्प भी हैं, लेकिन नीलेश ने उनकी बात नहीं मानी। सुसाइड नोट भी छोड़ा
नीलेश ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। इसमें उसने लिखा कि “मैं बहुत दिन से दिमागी रूप से कमजोर था। इसलिए मैंने ये कदम उठाया है। इसमें और किसी का हाथ नहीं है। मेरा CGL में सिलेक्शन नहीं हो पाया। इसी तनाव में आकर सलफास की गोली मैं गुना से 15 दिन पहले लगभग लाया था। CGL के साथ साथ मैं और भी चीजों में असफल रहा। इस कारण में तनाव में चल रहा था। मेरा किसी भी काम में मन नहीं था। नीलेश के भाई, डॉक्टर राहुल रघुवंशी ने बताया कि नीलेश कई दिनों से तनाव में था। उन्होंने उसे कई बार समझाया कि हर व्यक्ति सफल नहीं होता और जीवन में अन्य विकल्प भी हैं, लेकिन नीलेश ने उनकी बात नहीं मानी। नीलेश के भाई ने कहा कि समाज में ऐसे कदम उठाने से पहले लोग सोचें कि इससे परिवार को कितनी तकलीफ होती है। उन्होंने अपील की कि कोई और इस तरह का कदम न उठाए और कठिनाइयों का सामना धैर्य से करे।