खजूरी कला में भागवत कथा के छटवें दिन कृष्ण-रुकमणी विवाह:आचार्य सचिन कृष्ण महाराज ने सुनाई काम पर विजय की कथा

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भोपाल के खजूरी कला स्थित श्री राम जानकी मंदिर परिसर में पितृपक्ष के अवसर पर चल रही सप्त दिवसीय संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन आचार्य सचिन कृष्ण महाराज ने श्रद्धालुओं को काम पर विजय की कथा सुनाई। आचार्य ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण ने 6 दिन की उम्र में पूतना के स्तनों से विष का पान किया और 7 वर्ष की उम्र में गोवर्धन पर्वत को अपनी कनिष्ठि पर धारण किया। इस कथा के माध्यम से उन्होंने मनुष्य की काम की भावना का महत्व बताया। कथा के दौरान पितृपक्ष के महत्व पर भी प्रकाश डाला गया। आचार्य ने कहा कि ब्राह्मण, कौआ, गाय, जल जीव और कुत्ते को भोजन कराने से पितृों को सीधा लाभ प्राप्त होता है। श्री कृष्ण और रुकमनी के विवाह की सुंदर प्रस्तुति पर श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा की और आनंद के साथ झूम उठे। कल सप्तदिवसीय संगीतमय श्रीमद् भागवत का समापन होगा।