वर्तमान जीवन में मनुष्यों की दिनचर्या बहुत अस्त-व्यस्त हो गई है। फिजिक एक्टिविटी, योग आदि आम आदमी, महिलाएं प्रतिदिन कर नहीं पाते है। जिससे पूरे विश्व में हृदयघात से मरने वालों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। वर्ल्ड हार्ट पखवाड़ा सप्ताह अंतर्गत स्थानीय श्री सांई बाबा जीवनधारा हॉस्पीटल बड़वानी में बेसिक लाइफ सपोर्ट ट्रेनिंग कार्यक्रम में इन्दौर अपोलो हॉस्पिटल के प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. के रोशन राव ने उपस्थित स्वास्थ्य कार्मियों, डॉक्टर्स और अन्य व्यक्तियों को बाताया। डॉ. राव ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में बताया कि मनुष्य के शरीर में एक मात्र आर्गन हार्ट है जिसे 100 प्रतिशत बचाया जा सकता है। इसमें समय की कीमत है यदि कोई आम व्यक्ति भी बिना डॉक्टर्स के सही समय पर सी.पी.आर. मरीज को कर दे तो उस मरीज को सुरक्षित अस्पताल तक पहुंचाया जा सकता है। हॉस्पिटल के संचालक आनंद हल्दीवाल ने बताया कि डॉ. राव मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट है। जिन्हें डॉक्टर एस. के. मुखर्जी अवार्ड मेडिकल के क्षेत्र में मिल चुका है। हाई बीपी के मरीजों कि हार्ट सर्जरी सेन्ट्रल इण्डिया में प्रथम बार रीनल डीनरवेशन थैरेपी द्वारा डॉ. राव द्वारा ही गई। आप ने 20 वर्षों में 35 हजार से अधिक कोरोनरी, ऐन्जीयोप्लास्टी, पेसमेकर, वाल्वो प्लास्टी, डिवाइस क्लोजर केस सफलतापूर्वक किये है। हार्ट सर्जरी का पूरे वर्ल्ड में पहला लाइव केस डॉ. राव द्वारा ही किया गया है। कार्यक्रम के दौरान ऐसे मरीज भी उपस्थित थे जिनको सी.पी.आर. देकर सांई हॉस्पिटल द्वारा जीवन रक्षा की गई। उनमें से प्रोफेसर मुझाल्दे और प्रमुख व्यवसायी शब्बीर बिडला, कृषक कैलाश कुशवाह ने मंच पर आकर बताया की किस प्रकार उनको सीने में दर्द हुआ था। किस प्रकार सीपीआर समय पर मिलने से उनकी जीवन रक्षा हुई तथा आज सुरक्षित महसुस कर रहे है। डॉ. रजनीश पाटीदार ने भी सीपीआर के बारे में जानकारी प्रदान की साथ ही अपोलो हॉस्पिटल इन्दौर से पधारे अभिषेकसिंग और ओ पी वैष्णव ने बेसिक लाइफ सपोर्ट के बारे में लाइव प्रेजेंटेशन दिया।