नरसिंहपुर जिले में गाडरवारा विधायक और मध्य प्रदेश के शिक्षा और परिवहन मंत्री राव उदय प्रताप सिंह के अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण पर दिए गए विवादित बयान के बाद विपक्ष में आक्रोश है। कांग्रेस ने उनके बयान को आपत्तिजनक बताते हुए विरोध प्रदर्शन की तैयारी शुरू कर दी है। मामले में विवाद बढ़ने के बाद मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने अपने बयान पर खेद जताते हुए नरसिंहपुर में मीडिया के सामने सफाई दी है। अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण पर दिया था बयान शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण के सवाल पर कहा था, ‘अतिथि शिक्षक नियमित क्यों होंगे? अतिथि का मतलब ही मेहमान होता है। मेहमान घर पर कब्जा नहीं करते।’ कांग्रेस बोली- ऐसी भाषा निंदनीय शिक्षा मंत्री बयान के बाद कांग्रेस ने आक्रामक रुख अपनाते हुए मंत्री पर हमला बोला है। गाडरवारा कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष जिनेश जैन ने मंत्री के इस बयान की कड़ी निंदा की है। जिनेश जैन ने कहा, ‘मंत्री को इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था। वे शिक्षा विभाग के मंत्री हैं और अतिथि शिक्षक हमारे गुरुवर हैं, उन्हें सम्मानजनक शब्दों का प्रयोग कर उनके योगदान को सराहा जाना चाहिए।’ अतिथि शिक्षकों ने भी किया विरोध प्रदेशभर के अतिथि शिक्षक लंबे समय से अपने नियमितीकरण और अन्य मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं।10 सितंबर को भोपाल में लगभग 8 हजार अतिथि शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन किया था। भारी बारिश के बीच तिरंगा यात्रा निकालते हुए उन्होंने अपनी मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का प्रयास किया था। हालांकि पुलिस ने मुख्यमंत्री निवास की ओर बढ़ते शिक्षकों को रोक दिया गया था। शिक्षा मंत्री ने दी सफाई विवाद बढ़ने के बाद मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने अपने बयान पर खेद जताते हुए नरसिंहपुर में मीडिया के सामने सफाई दी। उन्होंने कहा, ‘मैंने अतिथि शिक्षकों के पदनाम पर टिप्पणी की थी। वे हमारे अपने लोग हैं और शिक्षा व्यवस्था में उनका महत्वपूर्ण योगदान है। मैं खेद व्यक्त करता हूं यदि मेरे बयान से कोई आहत हुआ हो।’ हालांकि, मंत्री के इस खेद के बावजूद कांग्रेस और अतिथि शिक्षक उनके बयान पर विरोध जता रहे हैं।