खरगोन जिला मुख्यालय से 11 किमी दूर आदर्श एकलव्य आवासीय स्कूल के विद्यार्थी भोजन व अन्य सुविधाओं की कमी को लेकर बुधवार रात में कलेक्टर से मिलने निकल पड़े। वे हॉस्टल का गेट फांदकर लगभग 3 किमी तक पैदल आ गए। बच्चों के बाहर निकलने की सूचना मिलने पर उनके मेनगांव थाना के पास से गुजरने पर समझाइश दी गई, लेकिन उन्होंने पुलिस की भी नहीं सुनी। बड़ी संख्या में बच्चों के रात में बाहर निकालने की सूचना मिलने पर खरगोन एसडीएम भास्कर गाचले, जनजाति कार्य विभाग के सहायक आयुक्त प्रशांत आर्य, कोतवाली प्रभारी बीएल मंडलोई सहित पुलिसकर्मी उन्हें मनाने पहुंचे लेकिन उन्होंने किसी की न सुनी, वे कलेक्टर से ही मिलने पर अड़े रहे। समझाइश देने की कोशिश की गई लेकिन बच्चे नारेबाजी करते बढ़ रहे थे। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा से मिलने की जिद की। मेनगांव से करीब आधा किमी तक पहुंचने पर कलेक्टर खुद मौके पर पहुंचे। उन्होंने दो यात्री बसें बुलवाई और बच्चों से कहा कि पहले छात्रावास चलते हैं, वहीं सभी की बात सुनेंगे और सभी समस्याओं के हल का आश्वासन दिया। इस पर बच्चे बसों में बैठकर वापस छात्रावास पहुंचे। इस दौरान कोतवाली प्रभारी बीएल मंडलोई सहित पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंचे। 2 माह में दूसरी बार निकल आए मेनगांव हॉस्टल का यह दूसरा मामला है। 2 माह पहले भी एक बार बच्चे छात्रावास में समस्याओं को लेकर पैदल कलेक्टोरेट तक आ गए थे। झिरन्या के हॉस्टल से भी निकले थे छात्र 6 अगस्त को झिरन्या आवासीय छात्रावास के विद्यार्थी भी भोजन, पानी सुविधा व शैक्षणिक अव्यवस्था को लेकर पैदल निकल पड़े थे। तब कलेक्टर ने रास्ते में पहुंचकर उन्हें हॉस्टल ले जाकर समस्या को सुना था। समस्या को हल करने का आश्वासन दिया था।