भोपाल के नेमीनाथ दिगंबर जैन मंदिर करोंद में आत्मशुद्धि का पर्व पर्युषण बड़ी धूम धाम से मनाया जा रहा है। पर्युषण के नौवें दिन उत्तम आकिंच्यन धर्म के दिन सांगानेर से आए भैयाजी सजल जैन के सानिध्य में श्रीजी का अभिषेक हुआ, फिर शांति धारा और आरती की गई। सजल भैयाजी ने उत्तम आकिंच्यन धर्म का अर्थ बताते हुए कहा कि हम भौतिक चीजों में अपने सुख को ढूंढते हैं, लेकिन ये हमारे दुख का कारण बनते हैं। इसके बाद समाज के लोगों ने पूरे विधि विधान से अष्ट द्रव्य के साथ भगवान की पूजा की । सजल भैयाजी ने उत्तम आकिंच्यन धर्म पर प्रवचन देते हुए कहा कि हमें अनावश्यक वस्तुओं का परित्याग कर आवश्यक चीजों के साथ जीवन व्यतीत करना चाहिए, यही उत्तम आकिंच्यन धर्म है।