कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी के बयान को लेकर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष व गुरद्वारा सिख समाज संरक्षक जसपाल सिंह अरोरा ने पत्रकारवार्ता आयोजित कर बताया कि राहुल गांधी ने अमेरिका में जो सिख समाज को लेकर कहा है कि भारत के सिखों के साथ अन्याय हो रहा है। सिख समाज के पगड़ी बांधने से लेकर अन्य चिन्हों के बारे में राहुल गांधी किस प्रकार की बात कर रहे हैं। यह सिख समाज के लिए आपत्तिजनक है, जबकि सिख समाज सनातन धर्म के रक्षक हैं। तिलक और जनेऊ की रक्षा हेतु सिक्ख समाज की उत्पत्ति हुई है। अगर सनातन धर्म का पालन करता है तो वह सिख ही है। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी की राज में सिख समाज को जितना सम्मान मिला है, वह अतुलनीय है। स्वयं पीएम नरेन्द्र मोदी ने मीसा इमरजेंसी के समय सिक्ख वेशभुषा में दो वर्ष तक रहे हैं। प्रधान मंत्री के नये आवास में प्रवेश के समय सिक्ख संतों को बुलाकर पूजा अर्चना कराई थी। समय-समय पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वयं सिक्खों के चिन्ह धारण करते हैं। सिक्ख समाज सदा से भारत का प्रथम पर्वत का रक्षक रहा है। उन्होंने कहा कि आश्चर्य है कि पन्नु जो एक घोषित आतंकवादी है, जिसने स्वयं मुझे तथा प्रधानमंत्री का नाम लेकर जान से मारने की घोषणा की। मुझे मोबाइल फोन से जान से मारने की धमकी दी थी। जिसके संबंध में मेरे द्वारा एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी। ऐसा पन्नु राहुल गांधी के बयान की प्रशंसा करता है व यह षड्यंत्र है, इसकी जांच होना चाहिए। पुरा सिक्ख समाज राहुल गांधी के बयान की निन्दा करता है। सिक्ख समाज सनातन धर्म की रक्षा करता है एवं सदैव करता रहेगा।