राज्यपाल और कुलाधिपति मंगुभाई पटेल ने कहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के द्वारा विकसित भारत केे निर्माण की महती जिम्मेदारी सौंपी है। शिक्षक इस दिशा में विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करें। विकसित भारत के कर्णधार है। राष्ट्र निर्माण के लिए निरंतर प्रयास करते रहना छात्रों की जिम्मेदारी है। जिन्हें दीक्षांत मिला है उसमें 90 प्रतिशत बेटियां थीं। इसे देखकर लगता है कि बेटी बचाओ बेटा पढ़ाओ के लिए काम करना है। राज्यपाल ने कहा कि छात्रों ने आज जो प्रतिज्ञा सत्यं वद यानी सत्य बोलना है। पितृ देवो भव, आचार्य देवो भव की ली है, उसे जीवन में उतारेंगे तो जीवन में शांति और उन्नति मिलेगा। यह सिर्फ एक दिन के लिए 365 दिन याद कर उस पर अमल करते रहना है। इस वर्ष, के अलावा अन्य वर्षों की अंकसूची और उपाधियां डिजिटली प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए गौरव की बात है कि वे शहीद बरकतउल्ला के नाम पर संचालित विश्वविद्यालय के छात्र हैं। इस विश्वविद्यालय को 100 करोड़ रुपए मिले हैं। इसके लिए वे विश्वविद्यालय को बधाई देते हैं। स्टूडेंट्स को निशुल्क उपाधि देगा बरकत उल्ला विश्वविद्यालय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि बरकत उल्ला विश्वविद्यालय पात्र छात्र-छात्राओ को निशुल्क उपाधि प्रदान करेगा। यादव ने कहा कि विद्यालय के बाद विश्वविद्यालय और इसके बाद नए जीवन की ओर प्रवेश शुरू होता है। इसके लिए वे सभी को बधाई देते हैं। इस कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि बास्कोडिगामा द्वारा भारत की खोज किए जाने को लेकर गलत इतिहास पढ़ाने का काम किया गया। बास्कोडिगामा ने खुद लिखा था कि चंदन नाम के व्यापारी ने भारत की खोज की जिसका जहाज उसके जहाज के आगे चल रहा था। परमार ने अमेरिका की खोज कोलंबस द्वारा किए जाने को लेकर कहा कि इसे भारत के लोगों को पढ़ाने की जरूरत नहीं थी लेकिन पढ़ाया गया। कोलंबस ने अमेरिका की खोज नहीं की। स्टूडेंट्स को गोल्ड मेडल, उपाधियां दी गईं राज्यपाल मंगुभाई पटेल एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के अवसर पर छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल प्रदान किये गये। दीक्षांत समारोह में राज्यपाल पटेल तथा मुख्यमंत्री डॉ यादव द्वारा विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों तथा संकायों में स्नातक, स्नातकोत्तर तथा अन्य उच्चतर एकेडमिक स्तरों पर सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। राज्यपाल व कुलाधिपति पटेल तथा मुख्यमंत्री डॉ यादव द्वारा कला, वाणिज्य, शारीरिक शिक्षा, शिक्षा, अभियांत्रिकी, तकनीकी शिक्षा, गृह विज्ञान ,जीव विज्ञान ,विधि ,विज्ञान, समाज विज्ञान सहित अन्य संकायों के विद्यार्थियों को शैक्षणिक सत्र 2022-23 की पीएचडी की उपाधियां मंच से प्रदान की गईं । कुलाधिपति द्वारा संकाय तथा विभाग अध्यक्षों द्वारा स्नातकोत्तर व स्नातक स्तर पर योग्य विद्यार्थियों को डिग्री व उपाधियां प्रदान की गई। आनलाइन डिजिटल मार्कशीट और डिग्री देने वाला देश का पहला विश्वविद्यालय बनी बरकत उल्ला यूनिवर्सिटी राज्यपाल पटेल तथा मुख्यमंत्री डॉक्टर यादव ने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को ऑनलाइन डिजिटल मार्कशीट और डिग्री प्रदान करने की व्यवस्था का शुभारंभ किया। इस अवसर पर विद्यार्थी तनु गुलाटी को डिग्री और अनुपमा कुजूर को पीएचडी की उपाधि डिजिटल स्वरूप में प्रदान की गई। कार्यक्रम में बताया गया कि बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल विद्यार्थियों को ऑनलाइन डिजिटल मार्कशीट और डिग्री उपलब्ध कराने वाला देश का पहला विश्वविद्यालय है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने इस नवाचार के लिए विश्वविद्यालय को बधाई और शुभकामनाएं दी। राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री ने बरकतउल्ला विश्वविद्यालय की सामरिक और योग पर केंद्रित पुस्तक का विमोचन भी किया। स्वस्तिवाचन के साथ शोभायात्रा ने प्रवेश किया हॉल में विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर जैन ने विद्यार्थियों को दिए उपदेश में शपथ का वाचन कराया। शपथ के अंतर्गत तैतरेय उपनिषद के 11 वें अनुच्छेद से लिए गए अंश का संस्कृत में विद्यार्थियों से वाचन कराया गया। कार्यक्रम शुरू होने के पहले राज्यपाल मंगु भाई पटेल मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के मंच परआने के बाद पुलिस बैंड द्वारा राष्ट्रगान जन मन गण की धुन प्रस्तुत की गई। इसके पहले बरकतउल्ला विश्वविद्यालय की शोभा यात्रा ने स्वस्तिवाचन के साथ कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में प्रवेश किया। फिर राज्यपाल व कुलाधिपति मंगुभाई पटेल से बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर सुरेश कुमार जैन ने अनुमति प्राप्त कर दीक्षांत समारोह की प्रक्रिया आरंभ की।