राजधानी के जिनालयों में इन दिनों पर्युषण पर्व चल रहा है। शहर के दिगंबर जैन मंदिरों में अभिषेक, शांतिधारा, पूजन व विधान के साथ संतों व आर्यिका माताओं के प्रवचन चल रहे हैं। संस्कारों की पाठशाला भी चल रही हैं। मंगलवारा चैत्यालय जिनालय में पंडित मदन मस्त ने उत्तम मार्दव धर्म पर प्रवचन देते हुए कहा कि “मान के अभाव में उत्तम मार्दव धर्म होता है, इसलिए हमें मान नहीं करना चाहिए। हमारे भावों में निर्मलता बनी रहे। हमारे भावों में विनय होना चाहिए क्योंकि हमारा स्वभाव विनय है, मान नहीं। हेमलता जैन रचना ने बताया कि चैत्यालय मंदिर में विधि, आरती, चौहर, तिलक, प्रसाद प्रभावना के साथ पंडित शीलचंद एवं पंडित मदन मस्त के प्रवचन हो रहे हैं। वहीं अध्यक्ष आनंद तारण ने बताया कि मंदिर में रोजाना सुबह 8:30 बजे से 12 बजे तक कार्यक्रम चल रहे हैं।