फेस-2 और 3 के हाल:शहर की सबसे व्यस्त सड़कें अधर में, अक्सर लगता है जाम, चौड़ीकरण हो तो मिले मुक्ति

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स्मार्ट सिटी की सड़कों को तीन चरणों में बनाया जा रहा है। 165 करोड़ रुपए लागत की फेस-2 और 3 की सड़कें 18 की जगह 27 माह बाद भी पूरी नहीं बन सकी हैं। इसका असर यह हो रहा है कि इन चरणों में शामिल महत्वपूर्ण सड़कों को होल्ड पर ही रख दिया गया है। स्मार्ट सिटी कार्यालय में सड़कों को लेकर जो सूचना बोर्ड लगे हैं, उनमें भी ये सड़कें होल्ड पर शामिल हैं। इनमें से एक डिंपल पेट्रोल पंप से लेकर अप्सरा अंडर ब्रिज तक की है ताे दूसरी सड़क वर्णी कॉलोनी से लच्छू चौराहा की है। इन सड़कों पर सबसे ज्यादा ट्रैफिक का दबाव है लेकिन अतिक्रमण हटाने और नजूल की जमीन होने के नाम पर इन दोनों ही सड़कों पर ज्यादा काम नहीं हो सका। जबकि यहां रेलवे स्टेशन, सब्जी मंडी सहित मुख्य बाजार नजदीक होने के कारण रोजाना हजारों की संख्या में वाहन आते-जाते हैं। चौड़ीकरण के लिए तिली रोड जैसी सख्ती जरूरी स्मार्ट सिटी की सड़कों का प्रोजेक्ट लेट होने का एक प्रमुख कारण सड़क निर्माण में बाधा बन रहे लोगों के निर्माण भी रहे। जिन्हें हटाने में प्रशासन ने लेटलतीफी की। हालांकि बस स्टैंड से तिली रोड और सिविल लाइन से तिली रोड पर सख्ती भी बरती और बाधा बन रहे निर्माण हटाए भी। अभी गिरधारीपुरम की रोड में लेटलतीफी की वजह भी बाधा बन रहे निर्माण नहीं हट पाना बताया जा रहा है। ऐसे में स्टेशन रोड से लेकर वर्णी कॉलोनी सहित अन्य सभी रोड जो बनना हैं, उनके चौड़ीकरण में बाधा बन रहे निर्माणों को तेजी से चिन्हित करते हुए पूरी सख्ती से हटाने की जरूरत है। तिली रोड वाला रुख अपनाया जाता है तो अन्य सड़कों का भी चौड़ीकरण करते हुए बनवाया जा सकता है। लोगों को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए यह जरूरी भी है।
गर्ल्स डिग्री कॉलेज-तीन मड़िया सड़क भी नहीं बनी गोपालगंज की सड़क को भी शुरुआत में स्मार्ट सिटी की सड़कों में जोड़ा गया था। इसके चौड़ीकरण में लोगों के मकान, दुकान जद में आए, इसके बाद यह मामला अटक गया। जबकि इस सड़क का चौड़ीकरण होने से यहां की यातायात की समस्या स्थाई रूप से हल हो सकती थी। इसी प्रकार गर्ल्स डिग्री कॉलेज से तीन मड़िया तक बनने वाली सड़क भी अब तक नहीं बन सकी है। यहां से बसों का आवागमन भी होता है, ऐसे में यह सड़क बनना भी बेहद जरूरी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस सड़क के बनने से यहां जाम की समस्या पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। साथ ही आवागमन भी व्यवस्थित व सुविधाजनक होगा। जिस तरह की सड़क गर्ल्स डिग्री कॉलेज से सिविल लाइन की ओर है, वैसी ही सड़क यहां बने।
बची हुई सभी सड़कों पर नए सिरे से प्लानिंग कर रहे निगमायुक्त राजकुमार खत्री ने बताया कि डिंपल पेट्रोल पंप से राधा तिराहा तक की सड़क को लेकर प्लानिंग चल रही है। अतिक्रमण के साथ ही नजूल की जमीन को लेकर जाे स्थिति है, वह विषय जल्दी ही सुलझाते हुए यह सड़क बनाई जाएगी। वर्णी कॉलोनी की सड़क को सीधे लच्छू तिराहा होते हुए डिंपल पेट्रोल पंप तक जोड़ा जाएगा। इससे भी ट्रैफिक का दबाव कम होगा। गोपालगंज की सड़क को लेकर भी जानकारी मांगी है। बची हुई सभी सड़कोंं पर काम के लिए हम नए सिरे से प्लानिंग कर रहे हैं। सड़कें तेजी से बनें और लोगों को परेशान न होना पड़ा, इसी को देखते हुए काम लगाया जाएगा। हमारा पूरा प्रयास यही है कि शहरवासियों को ज्यादा से ज्यादा चौड़ी सड़कें आवागमन के लिए उपलब्ध हो सकें।