टीकमगढ़ में शनिवार को गणेश चतुर्थी की धूम है। मुख्य बाजार में बड़ी संख्या में भगवान श्री गणेश की मिट्टी से बनी प्रतिमाओं की दुकानें सज गई हैं। इसके अलावा दो दर्जन से ज्यादा स्थानों पर बड़े-बड़े पंडाल सजाए जा रहे हैं। शनिवार को विधि विधान से स्थापना के बाद 10 दिनों तक पूजा अर्चना की जाएगी। हिंदू उत्सव समिति के सदस्य अजय सिंह गौर ने बताया कि शहर में दो दर्जन से ज्यादा स्थानों पर गणेश पंडाल सज गए हैं। प्रमुख रूप से छोटी देवी मंदिर के पास, ताल दरवाजा, पुरानी टेहरी, राजमहल, पुराना बस स्टैंड, मामौन दरवाजा, चकरा तिराहा, सिंधी धर्मशाला सहित अन्य स्थानों पर आज 12 फीट तक की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। पर्यावरण को ध्यान में रखकर सभी पंडालों में घास और मिट्टी से बनी श्री गणेश प्रतिमाएं स्थापित की जा रही हैं। प्रशासन की गाइड लाइन के चलते इस बार 15 फीट से कम ऊंचाई की गणेश प्रतिमाएं बनाई गई है। मूर्तिकार मुकेश कसकर ने बताया कि इस बार ज्यादातर लोग मिट्टी से बनी प्रतिमाओं की डिमांड कर रहे हैं। लोग पीओपी से बनी प्रतिमाओं की जगह मिट्टी के गणेश घर ले जाने में अधिक दिलचस्पी दिखा रहे हैं। बाजार में मिट्टी की प्रतिमाओं की मांग बढ़ने से रेट बढ़ गए हैं। मिट्टी से बनी 1 फीट तक की प्रतिमा 300 रुपए से लेकर 1100 रुपए में बिक रही है। गणेश मंदिरों में शुरू हुए अनुष्ठान गणेश चतुर्थी पर्व के साथ ही शहर के प्राचीन गणेश मंदिरों में 10 दिवसीय अनुष्ठान शुरू हो गए हैं। कुंडेश्वर रोड स्थित गणेश बावरी मंदिर, पुलिस लाइन स्थित गणेश मंदिर, बानपुर स्थित 16 भुजाओं वाले गणेश मंदिर में विशेष धार्मिक अनुष्ठान किए जा रहे हैं।