शाजापुर शहर में हरितालिका तीज का त्योहार शुक्रवार को मनाया गया। व्रतधारी महिलाओं ने भगवान शंकर व माता पार्वती की पूजा-अर्चना की। शहर व ग्रामीण क्षेत्र के शिवालयों में महिलाओं ने अखंड सौभाग्य व पति के दीर्घायु होने की कामना की। महिलाओं ने तीज व्रत की कथा का श्रवण किया। शिव-पार्वती और गणेश जी की मिट्टी से प्रतिमाएं स्थापित कर उनकी पूजा की। मां पार्वती को सुहाग की वस्तुएं चढ़ाई और शिव और गणेशजी को वस्त्र आदि भेंट किया। हरितालिका तीज का व्रत महिला प्रधान है। साथ ही यह व्रत संकल्प शक्ति का एक अनुपम उदाहरण है। इस व्रत का संदेश यह है कि हम जीवन में लक्ष्य प्राप्ति का संकल्प लें। संकल्प शक्ति के आगे असंभव दिखाई देता लक्ष्य संभव हो जाता है। माता पार्वती ने जगत को दिखाया कि संकल्प शक्ति के सामने ईश्वर भी झुक जाता है।