मौसम में हो रहे लगातार बदलाव के कारण उल्टी-दस्त व बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ी है। हालत यह है कि जिला अस्पताल सहित अधिकांश अस्पताल मरीजों से फुल होने लगे हैं। मेडिसिन विभाग, पर्ची काउंटर से लेकर ओपीडी, जांच व दवा काउंटर तक मरीजों की लंबी कतार दिखाई दे रही है। जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में बेड फुल हैं। आलम यह है कि एक बेड पर दो-दो मरीज भर्ती हैं। बदलते मौसम के कारण जिला अस्पताल और प्राइवेट क्लीनिक में आने वाले मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। यदि पिछले 20 अगस्त से 5 सितंबर की बात की जाए तो ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों की संख्या 5 हजार थी, इनमें से अधिकांश मरीज बुखार, उल्टी, दस्त और पेट दर्द के थे। बदलते मौसम के कारण बच्चों की सेहत पर विपरीत असर हुआ है। अस्पताल में भी रोज बड़ी संख्या में बच्चे भर्ती हो रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि सभी प्रकार के मरीजों में 20 से 25 प्रतिशत मरीज बुखार, उल्टी, दस्त, पेट दर्द जैसी बीमारी के हैं। ऐसे में लोगों को सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि भरपूर मात्रा में उचित भोजन लें। साफ पानी का सेवन ही करें। बारिश में भी गर्मी कम नहीं
दिनों मौसम के मिजाज अलग ही दिखाई दे रहे हैं। कभी तेज बारिश तो भी गर्मी व उमस हो रही है। बारिश के बाद भी गर्मी बनी रहने से मौसमी बीमारियां फैल रही है। इन दिनों सिर दर्द, बदन दर्द, खांसी, सर्दी, बुखार, उल्टी-दस्त सहित पेट दर्द के मरीजों में इजाफा हो रहा है। जिला अस्पताल सहित शहर के अधिकांश क्लीनिक में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। सावधानी बरतें, बाहर का खाना न खाएं
जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ बीएस मीणा का कहना है कि मौसम में बदलाव के कारण बुखार, उल्टी, दस्त, पेट दर्द के मरीजों की संख्या में भारी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इस कारण अधिकांश अस्पतालों में ओपीडी फुल हैं। अभी के मौसम में लोगों को सावधानी पूर्वक रहना चाहिए। इसका एकमात्र उपाय है खुद का बचाव। अभी बाहरी फूड न खाएं। साथ ही पानी भी उबाल कर पीएं।