श्वेतांबर जैन समाज ने मनाया भगवान महावीर का जन्मोत्सव:108 दीपों से की त्रिशला नंदन भगवान की आरती, श्रावकों ने किया एकासन व्रत

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श्वेतांबर जैन समाज में इन दिनों पर्वाधिराज पर्यूषण पर्व के चलते साधकों द्वारा व्रत व तप साधना के साथ ही विभित्र धार्मिक अनुष्ठान किए जा रहे हैं। परंपरानुसार बुधवार को सभी मंदिरों में भगवान महावीर का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। साथ ही प्रभु महावीर के संदेश का मंदिरों में वाचन किया गया। मारवाड़ी चौक स्थित मंदिर में 108 दीपक जलाकर भगवान की आराधना की गई। यहां भगवान को रजतमय झुले में झुलाया गया। श्रावकों ने एकासन व्रत रखा एकाग्रता के साथ ध्यान, जप, तप साधना करेंगे साधक मारवाड़ी रोड़ श्वेतांबर जैन मंदिर समिति के अध्यक्ष राजेश तांतेड़ ने बताया कि चेनई से आए श्रावक डॉ. मोहन जैवन, डॉ. निर्मला जैन व प्रफुल्ला गोलछा ने तीर्थकर भगवंतों के जीवन चरित्र का वर्णन करते हुए कल्प सूत्र के सिद्धांतों को आत्म सात करने को कहा। उन्होंने कल्प सूत्र का वाचन भी किया। इसकी रचना भगवान महावीर के निर्वाग के 150 साल बाद स्वामी भद्रचाह ने की थी। जैन श्वेतांबर मूर्ति पूजक संघ ट्रस्ट द्वारा समाज के महावीर भवन में सुबह 9 बजे से जन्मोत्सव मनाया गया। खास बात यह है कि शाम 6 बजे से यहां बिजली बंद रख कर दीपक की रोशनी में भगवान की आराधना और आरती की गई। मीडिया प्रभारी अंशुल जैन ने बताया मारवाड़ी रोड चौक, तुलसी नगर व पिपलानी आदि श्वेतांबर जैन मंदिरों से श्रद्धा भक्ति के साथ भगवान महावीर का जन्मोत्सव मनाया गया।