कलेक्टर प्रवीण सिंह ने गुरुवार को खरीफ उपार्जन वर्ष के अंतर्गत धान, ज्वार एवं बाजरा उपार्जन के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई। साथ ही पंजीयन व्यवस्था कर व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि खरीफ विपणन वर्ष अंतर्गत किसान पंजीयन 19 सितंबर से 4 अक्टूबर तक किया जाएगा। इसके लिए किसानों द्वारा तहसील कार्यालयों में स्थापित सुविधा केन्द्र, ग्राम पंचायत कार्यालय में स्थापित सुविधा केन्द्र, जनपद पंचायत कार्यालयों में स्थापित सुविधा केन्द्र, सहकारी समितियों और सहकारी विपणन संस्थाओं द्वारा संचालित पंजीयन केन्द्र और एम.पी. किसान एप पर निशुल्क पंजीयन कराया जा सकता है। इसके अलावा लोक सेवा केंद्र, एमपी ऑनलाइन कियोस्क, कॉमन सर्विस केन्द्र और निजी व्यक्तियों द्वारा संचालित साइबर कैफे पर अधिकतम 50 रुपए शुल्क से पंजीयन कराया जा सकेगा। कलेक्टर सिंह ने कहा कि खरीफ उपार्जन वर्ष अंतर्गत समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के पंजीयन के लिए किसानों को भूमि संबंधी दस्तावेज एंव किसान के आधार से लिंक बैंक खाते, मोबाईल नंबर एवं आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगें। साथ ही पंजीयन केन्द्रों पर पंजीयन सुविधा एवं शुल्क राशि के संबंध में बैनर भी लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सिकमी, बटाईदार, कोटवार और वन पट्टाधारी किसान के पंजीयन की सुविधा केवल सहकारी समिति एवं सहकारी विपणन संस्था स्तर पर स्थापित पंजीयन केन्द्रों पर उपलब्ध होगी। इस श्रेणी के शत-प्रतिशत किसानों का सत्यापन राजस्व विभाग द्वारा किया जाएगा। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि पंजीयन व्यवस्था में बेहतर सेवा प्राप्त करने के लिए यह जरूरी होगा कि किसान अपने आधार नंबर से बैंक खाता और मोबाइल नंबर को लिंक कराकर उसे अपडेट रखें।