ग्वालियर में मंगलवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया है। जयारोग्य अस्ताल समूह के ट्रोमा सेंटर ICU में AC का कम्प्रेसर पाइप फटने से वहां आग लग गई। कर्मचारियों ने फायर उपकरण से तत्काल आग पर काबू पाया, लेकिन वहां धुंआ भरने से भर्ती 10 मरीजो का दम घुटने लगा। सभी की गंभीर अवस्था वाले थे। यहां से मरीजों को तत्काल शिफ्ट किया गया, लेकिन इस दौरान शिवपुरी के आजाद खान की शिफ्टिंग के दौरान मौत हो गई है। आजाद को तीन दिन पहले शिवपुरी से ग्वालियर के लिए लाया गया था। ICU में वह वेंटिलेटर सपोर्ट पर था। इसके अलावा अन्य 9 मरीजों को न्यूरोलॉजी के ICU में शिफ्ट किया गया है। अस्पताल मंे भर्ती लोगों का कहना है कि पूरे ICU में धुंआ भर जाने से अफरा-तफरी मच गई थी। िजस कारण जिनके मरीज अंदर भर्ती थे वह डर गए थे। ग्वालियर-चंबल अंचल के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल जयारोग्य अस्पताल समूह के ट्रोमा सेंटर में मंगलवार सुबह 7 बजे के लगभग तेज धमाके के साथ आग लग गई। आग ट्रोमा सेंटर के ICU में लगे AC का पाइप फटने से लगी है। आग से तत्काल आसपास का इलाका घिर गया। वहां मौजूद डॉक्टर व कर्मचारियों ने जेएएच में लगे अग्निशमन यंत्र का उपयोग कर तत्काल आग पर काबू पा लिया, लेकिन ICU में आग से वहां एक बेड चल गया और फॉल सीलिंग का मटेरियल जलने से धुंआ ही धुंआ भर गया। उस समय ट्रोमा के ICU में सभी 10 बेड पर मरीज भर्ती थे। सभी क्रिटिकल कंडीशन मंे थे। यही कारण था कि मरीजों का ICU में दम घुटने लगा और सांसें उखड़ने लगीं। आनन फानन में हॉस्पिटल प्रबंधन ने सभी को वहां से शिफ्ट करने के लिए रेस्क्यू शुरू किया। सभी दस मरीज वेंटिलेटर पर थे। ऐसे में उनको शिफ्ट करना आसान नहीं था। जब डॉक्टर मरीजों को शिफ्ट कर रहे थे तभी शिवपुरी निवासी आजाद खान की शिफ्टिंग के दौरान मौत हो गई।
हादसे के समय ट्रोमा सेंटर में 48, ICU में 10 मरीज थे
घटना के समय जेएएच के ट्रोमा सेंटर में 48 मरीज भर्ती थे। जिनमें से दस मरीज ICU मंे थे जिनकी हालत बेहद क्रिटिकल थी। जब ट्रोमा के ICU में आग लगी तो वहां धुंआ भर गया और मरीजों का दम घुटने लगा। जिस पर तत्काल जेएएच प्रबंधन ने ICU में भर्ती मरीजों को शिफ्ट करने का निर्णय लिया। सभी को न्यूरोलॉजी के ICU में भर्ती कराया गया है, लेकिन हालत यहां भी सामान्य नहीं थे न्यूरोलॉजी में भी मरीज होने के चलते वहां किसी तरह इनको एडजस्ट किया गया है।
एक्सीडेंट में घायल हुआ था आजाद खान
जेएएच के ट्राेमा सेंटर के ICU में आग के बाद शिफ्टिंग के दौरान दम तोड़ने वाला आजाद खान निवासी शिवपुरी को तीन दिन पहले ही यहां लाया गया था। यहां डॉक्टरों से पता लगा है कि वह एक्सीडेंट में घायल हुआ था। उसकी हालत बेहद नाजुक थी। तीन दिन से वह ट्रोमा के ICU मे वेंटिलेटर सपोर्ट पर जिंदा था। यही कारण है कि जब शिफ्टिंग के लिए उसका वेंटिलेटर हटाया गया तो उसने दम तोड़ दिया।