सामुदायिक भवन में मांगलिक कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर विवाद:एसडीएम से अनुमति ली थी, विवाद के बाद अनुमति को निरस्त किया

Uncategorized

पतोली गांव का एक दलित परिवार गांव के सामुदायिक भवन में मांगलिक कार्यक्रम आयोजित करना चाहता था। जिसके लिए उसने एसडीएम से विधिवत अनुमति भी ली थी। लेकिन गांव के कुछ लोगों ने इसका विरोध किया। विरोध के कारण दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए और विवाद की स्थिति बन गई। जिसकी जानकारी लगते ही एडिशनल एसपी टीएस बघेल, एसडीएम मनीषा वास्कले, तहसीलदार मधु नायक, नायब तहसीलदार गौरव पोरवाल, पटवारी सहित सात थानों का पुलिस बल और प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची। विवाद की स्थिति को देखते हुए एसडीएम ने मांगलिक कार्यक्रम के लिए दी गई अनुमति को निरस्त कर दिया। जिसके बाद दलित परिवार को अपना मांगलिक कार्यक्रम सड़क पर आयोजित करना पड़ा। सड़क पर ही मेहमानों को भोजन कराया गया। प्रशासन एवं पुलिस की टीम तीन से चार घंटे से ज्यादा समय तक गांव में ही रही। गांव में अभी भी स्थिति तनावपूर्ण है। गांव में पुलिस बल सावधानी के तौर पर मौजूद हैं। कैसे बनी विवाद की स्थिति गांव के नानूराम मोबिया ने अपने यहां आयोजित होने वाले मांगलिक कार्य के लिए शाजापुर के एसडीएम से 2 और 3 सितंबर को कार्यक्रम आयोजित करने की विधिवत अनुमति ली थी। ग्रामीणों ने परिवार द्वारा सामुदायिक भवन में मांगलिक कार्यक्रम आयोजित करने का विरोध किया। ग्रामीणों के विरोध के चलते एसडीएम ने अनुमति को निरस्त कर दिया और परिवार को सड़क पर मांगलिक कार्यक्रम आयोजित करना पड़ा। इस मामले में एडिशनल एसपी टीएस बघेल ने बताया कि लालघाटी थाने के ग्राम पतोली में आयोजित मांगलिक कार्यक्रम को लेकर दो पक्षों में विवाद की स्थिति बन गई थी। दोनों पक्षों से बातचीत कर उनकी समस्या का समाधान शासन एवं प्रशासन के स्तर पर किया जा रहा है। गांव में अभी शांति है और पुलिस नजर बनाए हुए हैं।