आयुक्त रीवा संभाग रीवा बीएस जामोद ने सोमवार की शाम सतना जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में स्टाफ की सुरक्षा के इंतजामों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को राज्य शासन की निर्धारित एसओपी का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मियों को सुरक्षा देना हमारी प्राथमिकता है। अस्पतालों में सुरक्षा, भीड़ नियंत्रण और दुर्घटनों से बचाव के उचित प्रबंधों के लिए उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम उपयोग करें। हम अपना कार्य जितनी ईमानदारी से करेंगे, उतने ही सुरक्षित रहेंगे। हम सबका काम आम जनता को आसानी से चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना है। सभी टीम वर्क में काम करते हुए जिम्मेदारी पूर्वक अपना कार्य समय पर करें। प्रशासन हर वक्त आपके साथ हैं। इस मौके पर आईजी रीवा संभाग महेन्द्र सिंह सिकरवार, कलेक्टर अनुराग वर्मा, पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता, डीन एसपी गर्ग, आयुक्त नगर निगम शेर सिंह मीना, एडीशनल एसपी शिवेश सिंह बघेल, एसडीएम नीरज खरे, सीएसपी महेन्द्र सिंह, सीएमएचओ डॉ. एलके तिवारी, सिविल सर्जन डॉ. मनोज शुक्ला सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। बढ़ाएं कैमरों के कवरेज,प्रकाश और टॉयलेट का इंतजाम करें उन्होंने कहा कि पूरे अस्पताल और मेडिकल कॉलेज परिसर में सीसीटीवी कैमरे का कवरेज बढ़ाएं। सुरक्षा के लिए आवश्यक सुरक्षा गार्डो का प्रबंध करे। जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या को देखते हुए प्रकाश और अलग – अलग टॉयलेट की व्यवस्था तथा विजिटर कंट्रोल के उपाय भी करें। हेल्प डेस्क बनाएं, अधिकारी करें औचक निरीक्षण उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल सतना में हेल्प डेस्क और ओपीडी में पर्ची बनवाने के लिए कारगर व्यवस्था बनाएं ताकि रोगी और उनके परिजनों को कोई परेशानी न हो। गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति के पास अटेंडेंट के रूप में एक व्यक्ति को ही अनुमति दे। मेडिकल कॉलेज के डीन, अस्पताल अधीक्षक और वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी भी समय- समय पर दिन में तथा रात्रि में औचक निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लें। इमरजेंसी में तत्काल शुरू करें इलाज कमिश्नर जामोद ने कहा कि इमरजेंसी की स्थिति में समय पर और तत्काल उपचार शुरू कर देना चाहिए। डॉक्टर भगवान का रूप माने जाते है। उन्हें मरीजों को संवेदनशीलता के साथ इलाज करना चाहिए। मरीजों को बाहर से लेने के लिए वही दवाएं लिखी जानी चाहिए जो अस्पताल में न हों और बाजार में आसानी से उपलब्ध हों। हर कर्मचारी का वेरिफिकेशन कर आई कार्ड बनाएं
आईजी रीवा संभाग ने कहा कि मेडिकल कॉलेज और हॉस्टल के बाहरी परिसर और एंट्रेंस पर अच्छी गुणवत्ता के सीसीटीवी कैमरे लगाएं और आने – जाने वालों की सतत मॉनिटरिंग भी करें। उन्होंने कहा कि चिकित्सक और पैरा मेडिकल स्टाफ तथा अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के कर्मचारियों की तरह आउट सोर्स एजेंसी तथा सुरक्षा एजेंसी द्वारा तैनात किये व्यक्तियों के फोटो आईडी कार्ड प्रबंधन जारी करे। इसके साथ ही प्रत्येक सिक्योरिटी गार्ड, वाहन चालक, सफाई कर्मी एवं स्टाफ के अन्य आउटसोर्स कर्मचारियों का वैरिफिकेशन शत-प्रतिशत रूप से कराएं। अस्पताल में तैनात सुरक्षा कर्मियों और अन्य कार्य में लगे व्यक्तियों को भी डीन अथवा अस्पताल अधीक्षक प्रवेश पत्र जारी करें। यह भी सुनिश्चित करें कि जिला अस्पताल की शिफ्ट ड्यूटी में स्टाफ लाने – पहुंचाने वाले वाहनों में भी सुरक्षा के पूरे इन्तजाम हों। कैंपस में निगमायुक्त करें प्रकाश का प्रबंध आयुक्त रीवा संभाग जामोद ने आयुक्त नगर निगम को मेडिकल कॉलेज कैंपस और जिला अस्पताल कैंपस का निरीक्षण कर आवश्यक प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। इस दौरान कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि जिला अस्पताल में ओपीडी में बड़ी तादाद के मरीजों और उनके परिजनों की संख्या को देखते हुए चिकित्सक और अस्पताल के कर्मचारियों को मुख्य प्रवेश द्वार के बगल से वैकल्पिक प्रवेश देने की व्यवस्था की जाए।