ग्वालियर में वारदात करने के लिए आए तीन बदमाशों को आरोन थाना पुलिस ने पाटई-आरोन के जंगल से पकड़ा है। पकड़े गए बदमाश जंगल में छिपे थे और वारदात के लिए सही समय का इंतजार कर रहे थे। बदमाशों पर अधिया (कट्टा), कारतूस मिले हैं। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। साथ ही पुलिस इनका अपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाल रही है।
आरोन थाना प्रभारी अतुल सिंह चौहान ने बताया पिछले कुछ दिन से सूचना मिल रही थी कि कुछ बदमाश इलाके में सक्रिय हैं और लोगों को धमकाकर रंगदारी मांगते हैं। लगाता सूचना पर पुलिस भी उनकी घेराबंदी में लगी थी। पुलिस को यह भी पता लगा था कि यह बदमाश धमकाकर वापस जंगल की तरफ भाग जाते हैं। जिस पर आरोन थाना पुलिस की एक टीम आरोन-पाटई के जंगल में सर्चिंग कर रही थी। तभी पुलिस ने देखा कि कुछ लोग जंगल से गांव की ओर आ रहे थे, लेकिन जैसे ही उनकी नजर पुलिस की सर्चिंग पर पड़ी तो वह भागने लगे। अंधेरे का फायदा उठाकर बदमाश वहीं जंगल में छिप गए, लेकिन पहले से मुश्तैद पुलिस ने बदमाशों का पीछा कर घेराबंदी की और तीन को हिरासत में लिया है। जब उनकी तलाशी ली गई तो उनके पास से एक अधिया व जिंदा कारतूस मिले हैं।
यह पकड़े गए, एक हिस्ट्रीशीटर निकला
पुलिस ने आरोन-पाटई के जंगल में घेराबंदी कर तीन बदमाशों को पकड़ा है। पकडे गए बदमाशों की पहचान ललिया उर्फ देवेंद्र बंजारा पुत्र धनीराम, जियाराम उर्फ जगराम पुत्र बलराम बंजारा और मलखान पुत्र दयाराम बंजारा निवासी पिछोरपुरा है। बताया गया है कि मलखान बंजारा थाने का निगरानीशुदा बदमाश है। पुलिस ने पकड़े गए बदमाशों से पूछताछ की तो पता लगा कि यह किसी वारदात के लिए जंगल से निकलकर गांव जा रहे थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर पूछताछ शुरू कर दी है।
दो दिन पहले की थी रंगदारी
पुलिस पूछताछ में पता चला है कि पकड़े गए आरोपियों ने दो दिन पहले पांच लोगों की मारपीट कर रंगदारी टैक्स मांगा था। उस समय पुलिस के आने से पहले भाग निकले थे। अब पुलिस पता लगा रही है कि वह किस वारदात के इरादे से हथियार लेकर आए थे।
कुछ घटनाओं का हो सकता है खुलासा
पुलिस अफसरों की माने तो पकड़े गए बदमाशों से पूछताछ के बाद कुछ घटनाओं का खुलासा हो सकता है, क्योंकि कुछ दिनों से इनका मूवमेंट इलाके में पता चल रहा था। यही आशंका है कि पुलिस कुछ घटनाओं के संबंध में पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है।