बच्चों और महिलाओं ने बनाए मिट्टी के इको फ्रेंडली गणेश:नि:शुल्क ट्रेनिंग हुई आयोजित, विसर्जन घर के गमले में ही करने को कहा गया

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नदियों को प्रदूषण से बचाने के लिए और बच्चों की रचनात्मकता को उभारने के लिए राजगढ़ जिले के ब्यावरा शहर में अग्रवाल सखी क्लब और रिदम एंड ब्लॉसम ग्रुप की तरफ से बच्चों और महिलाओं को मिट्टी के गणेश जी बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। इसके साथ ही बच्चों को मिट्टी के गणेश जी का विसर्जन अपने-अपने घर के गमले में ही करने को कहा गया है। सामाजिक सरोकारों और जागरूकता के लिए काम करते रहने वाली संस्था अग्रवाल सखी क्लब द्वारा बच्चों और महिलाओं को पर्यावरण अनुकूल (इको फ्रेंडली) गणपति प्रतिमा बनाने का नि:शुल्क ट्रेनिंग देने का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें कला के लिए समर्पित संस्था रिदम एंड ब्लॉसम ग्रुप के संचालक रोहित मौर्य सर की ओर से नन्हें मुन्ने बच्चों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में 60 से अधिक बच्चों और महिलाओं की ओर से गणपति प्रतिमा का निर्माण किया गया। ब्यावरा शहर के स्थानीय अग्रवाल धर्मशाला में सखी क्लब द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी गणेश प्रतिमाओं के जल विसर्जन से नदियों को होने वाली हानि से बचाने के लिए सखी क्लब द्वारा यह नवाचार पिछले कुछ सालों से करवाया जा रहा है। इसके साथ ही इस प्रतिमा निर्माण में विशेष दक्षता दिखाने वाले बच्चों को भी रिदम एवम ब्लॉसम ग्रुप और अग्रवाल सखी क्लब द्वारा पुरस्कृत किया गया। गणेश उत्सव की भव्यता के लिए मशहूर, महाराष्ट्र राज्य से संबंध रखने वाले, आर्ट और क्राफ्ट में विशेष दक्षता प्राप्त रोहित सर ने बताया कि आगामी गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर घर-घर में गणेश जी की स्थापना की जाएगी। लंबे समय से प्लास्टर ऑफ पेरिस के गणेश जी की स्थापना और विसर्जन करने के कारण इस तरह की मूर्तियां विसर्जन के बाद नदियों में कई दिनों तक आसानी से अपघटित नहीं होती। जिससे जल प्रदूषण होता है साथ-साथ जलीय जीव जंतुओं का जीवन भी खतरे में पड़ता है। श्रृंगार के लिए उपयोग होने वाले पेंट से जलाशयों का जल भी दूषित हो जाता है। जागरूक नागरिक होने के नाते हमें मिट्टी के गणेश का स्वयं निर्माण करने के साथ पर्यावरण के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन करना चाहिए। प्रशिक्षण में विशेष सहयोग किट्टू कुशवाहा सर व अग्रवाल सखी क्लब की सदस्यों का रहा। पुरुस्कृत होने वाले बच्चों के नाम, पूर्वी गुप्ता, वान्या गुप्ता ,अफ्तार अजमानी, रित्विक,आरव मंगल,मानवी सोनी,तेजस सोनी अक्षांत राज मेवाड़े सुजान सिंह, अक्षिता गोयल, आरोही गोयल, अमित कुशवाह, काव्या, प्रवि, नीर, रिनी और श्रष्टि हैं। इसके साथ ही महिलाओं में कल्पना अग्रवाल मनीषा व्यास,ममता गुप्ता,सुनीता सोनी ,किरण अग्रवाल, पूजा अग्रवाल,प्रीति मंगल, शैली गोयल ,पायल गोयल द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया गया। यहां देखें तस्वीरें…