ये हैं 16 हजार बहनों के टीआई भैया। अपराधों पर नियंत्रण के लिए अपना खुद का इंटेलिजेंस सिस्टम बनाने के लिए इन्होंने अनूठी पहल की। 8 साल की नौकरी में ये 16 हजार बहनों से रक्षासूत्र बंधवा चुके हैं। रक्षाबंधन पर राखी बंधवाने के साथ ही बहनों से प्रण लेते हैं कि उन्हें जब भी किसी आपराधिक गतिविधि का अंदेशा हो, वे तत्काल इन्हें सूचित करें। बहनें भी यह फर्ज बखूबी निभा रही हैं। भाई-बहन के इस मिले-जुले प्रयास से सिर्फ इंदौर में ही ये 100 से ज्यादा अपराधों पर नियंत्रण लगा चुके हैं।
संयोगितागंज टीआई सतीश पटेल विभाग में ‘टीआई भैया’ के नाम से चर्चित हैं। वे बताते हैं, शहर में साढ़े 3 साल की नौकरी में 2 हजार बहनों के नेटवर्क से 100 से ज्यादा आपराधिक मामले, लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति और अपराधियों की धरपकड़ की है। बहनें विश्वास कर उन्हें मोहल्ले व बस्तियों में होने वाली हर अप्रिय घटना, नशाखोरी करने वाले, लूटपाट, चोरी करने वाले और छेड़छाड़ करने वालों की जानकारी देती हैं। इससे वे आसानी से अपराधों पर नियंत्रण कर पाते हैं। केस-1 हुलिया बताया, 5 बदमाश पकड़े, 22 चेन मिली
2021 में बतौर हीरानगर टीआई क्षेत्र की महिलाओं के साथ रक्षाबंधन मनाया था। इसी दौरान क्षेत्र की एक बहन ने क्षेत्र में हो रही चेन लूट की वारदातों को लेकर एक बदमाश का थाने आकर सटीक हुलिया बताया और उसकी जानकारी दी थी। उसके बताए हुलिए पर बदमाशों की सीसीटीवी फुटेज से पड़ताल की तो 3 लुटेरे व उनसे लूट का माल खरीदने वाले 2 सुनार की पूरी गैंग पकड़ाई थी। इसमें बमदाशों से शहर में हुई 22 चेन लूट का खुलासा हुआ था और वह रिकवर की गई थी। ऐसे ही अन्य मामलों में वाहन चोर से लेकर मोहल्लों में चोरी करने वालों का खुलासा हुआ। केस-2 पति शक करता था, समझाइश पर एक किया
एक मामला सदर बाजार इलाके का है। यहां एक महिला का घर पति द्वारा चरित्र शंका के कारण टूट रहा था। पति-पत्नी में विवाद होते थे। पति कई बार पत्नी पर जानलेवा हमला कर चुका था। परेशान पत्नी थाने आई और बताया कि वह उन्हें राखी बांध चुकी है। इस पर उन्होंने पति को तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पत्नी को लेकर हो रही शंका को दूर किया। दोनों ने थाने में दोबारा से नया रिश्ता शुरू किया और हत्या जैसा अपराध टला। एक मामला जबलपुर का है, जहां एक बहन ने गैंग रेप के आरोपी का सुराग दिया था। उत्तरप्रदेश पुलिस ने भी अपनाया यह तरीका
वर्ष 2016 में सोशल मीडिया पर रक्षाबंधन के वीडियो को देख वर्ष 2018 में यूपी पुलिस ने थाने में क्षेत्रों की बहनों को बुलाकर टीआई व पुलिसकर्मियों से रक्षा के वचन दिलवाए और इसे ह्यूमन इंटेलिजेंस व सामुदायिक पुलिसिंग को डेवलप करने का अच्छा प्रयोग माना। टीआई के इस नवाचार को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड ने भी सराहा और टीआई को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया है।