गुना से भदौरा जा रहे ऑटो में अचानक लग गई। ऑटो को आग की लपटों से घिरा देखकर नेशनल हाइवे से गुजरने वाले कई वाहन कुछ देर के लिए रास्ते में ही थम गए। बाद में फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची और दिलेरी दिखाते हुए आग पर काबू पाया। गनीमत रही की ऑटो में आग लगने से किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई। मिली जानकारी के अनुसार शहर की नानाखेड़ी निवासी मोनू साहू अपनी ऑटो क्रमांक एमपी 08 जेड डी 8939 में सीएनजी गैस भरवाने के लिए भदौरा स्थित पेट्रोल पम्प जा रहा था। रास्ते में बिलोनिया पहुंचने पर ऑटो के निचले हिस्से से आग की लपटें उठती देखकर मोनू और ऑटो में बैठा एक अन्य व्यक्ति सतर्क हुए और किसी तरह उतरकर दूर खड़े हो गए। ऑटो चालक कुछ समझ पाता तब तक आग की लपटें इतनी तेज हो चुकी थीं कि पूरा ऑटो हाइवे के बीचों-बीच किसी आग की गोले की तरह नजर आ रहा था। राहगीरों द्वारा आगजनी की सूचना कंट्रोल रूम को दी गई, जहां से तत्काल फायर ब्रिगेड रवाना हुई। लेकिन दूरी काफी होने की वजह से फायर ब्रिगेड को भी मौके पर पहुंचने में कुछ वक्त लग गया। हालांकि फायर ब्रिगेड चालक मनीष शर्मा और अनुपम तिवारी जैसे ही मौके पर पहुंचे, उन्होंने सीएनजी टैंक फटने की परवाह किए बिना आग बुझाने के प्रयास शुरु कर दिए। गनीमत यह रही कि पानी की बौंछारें पड़ते ही आग की लपटें शांत होने लगी और टैंक भी सुरक्षित बच गया। जबकि आगजनी की वजह से ऑटो का अधिकांश जलकर राख हो गया। आंकलन के मुताबिक लाखों रुपए का नुकसान ऑटो चालक को झेलना पड़ा। ऑटो चालक मोनू साहू ने बताया कि उसने 6 महीने पहले ही 5 लाख 46 हजार रुपए में सीएनजी ऑटो फायनेंस करवाया था, जिसकी 5 किश्तें ही भर सका कि यह बड़ा हादसा हो गया। मोनू साहू अब अपने नुकसान की भरपाई को लेकर चिंतित बना हुआ है। बताया गया कि बारिश के सीजन में ऑटो में हुई आगजनी की घटना सामान्य नहीं है। संभवत: ऑटो में तकनीकी खराबी की वजह से ऐसा हो सकता है।