मध्यप्रदेश में मानसून ट्रफ, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और डीप डिप्रेशन की वजह से बारिश कराने वाला स्ट्रॉन्ग सिस्टम फिर एक्टिव हो गया है। सोमवार को बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खरगोन और देवास में भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट है। यहां 24 घंटे में 8 इंच तक पानी गिर सकता है। वहीं, इंदौर, उज्जैन समेत 22 जिलों में तेज बारिश होगी। इन जिलों में 24 घंटे में 4 इंच तक पानी गिरने का अनुमान जताया गया है। भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और बाकी जिलों में भी गरज-चमक के साथ पानी गिरने के आसार हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 3 दिन प्रदेश में तेज बारिश का दौर बना रहेगा। सीनियर मौसम वैज्ञानिक प्रकाश दावले ने बताया कि सितंबर में अच्छी बारिश होने का अनुमान है। स्ट्रॉन्ग सिस्टम का असर अगले 24 घंटे के दौरान ज्यादा रहेगा। रविवार को हुई बारिश और हालात की तस्वीरें… प्रदेश में सामान्य कोटा पूरा होने में 2.8 इंच पानी की जरूरत प्रदेश में अब तक 34.5 इंच बारिश हो चुकी है। यह सीजन के कोटे की 92% से अधिक है। 2.8 इंच पानी और गिरते ही प्रदेश में सामान्य बारिश का आंकड़ा भी पार हो जाएगा। मंडला में सबसे ज्यादा 47 इंच पानी गिर चुका है। सिवनी में आंकड़ा 45 इंच से अधिक है। रीवा में सबसे कम 23 इंच बारिश ही हुई है। प्रदेश के 10 जिलों में 40 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। मंडला में सबसे ज्यादा 47.19 इंच बारिश हुई है। सबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप- 10 जिलों में मंडला के अलावा सिवनी, सीधी, डिंडौरी, श्योपुर, भोपाल, छिंदवाड़ा, रायसेन, नर्मदापुरम और सागर हैं। तवा बांध के 7 गेट खोले रविवार शाम से तवा बांध के 7 गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। भोपाल के केरवा डैम के 3 गेट खुले हैं। ये गेट ऑटोमेटिक हैं, गवर्निंग लेवल पर पानी आने पर अपने आप खुल जाते हैं। उज्जैन के गंभीर बांध के 2 गेट खोलना पड़े। इन जिलों में अब तक इतनी बारिश… अगले 3 दिन ऐसा रहेगा बारिश का दौर… एमपी के बड़े शहरों में सितंबर में बारिश का रिकॉर्ड