रविवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इंदौर में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेकर बाय रोड़ उज्जैन पहुंचे। यहां पर सबसे पहले सर्किट हाउस पहुंचे। कुछ देर रूकने के मुख्यमंत्री डॉ. यादव संघ पदाधिकारियों के साथ सिहंस्थ के कार्य पर चर्चा करने विक्रमादित्य शोधपीठ पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी सिहंस्थ का पर्व प्रदेश और राष्ट्र का गौरव है। उज्जैन में सिहंस्थ आयोजित होने से हमारी जबावदारी बढ़ जाती है। सिंहस्थ मेेले का आयोजन सफलता के साथ हो। विकास कार्य शुरू करेगेंं तो तीन-चार साल लगेंगे। कार्यो की पर्याप्त मॉनिटरिंग अच्छे से हो सके, इसके लिए जल्द काम शुरू किए जाएंगे। प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार रात को इंदौर में कार्यक्रम में शामिल होकर बाय कार उज्जैन पहुंचे। देवास रोड़ स्थित सर्किट हाउस पर कुछ देर रूकने के बाद मुख्यमंत्री यादव देवास रोड़ स्थित विक्रमादित्य शोधपीठ में सिहंस्थ महापर्व 2028 के कार्यो को लेकर आयोजित बैठक में शामिल होने पहुंचे। यहां पर संघ के मालवा प्रांत प्रचारक राजमोहन सिंह, पारस गहलोत सहित संघ के पदाधिकारियों से चर्चा की। बैठक में राज्यसभा सांसद बाल योगी उमेश नाथ महाराज, सांसद अनिल फिरोजिया, महापौर मुकेश टटवाल सहित शहर के कई समाजसेवी शामिल हुए। बैठक के बाद चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि खास तौर पर कम समय में सिंहस्थ के होने वाले सड़क घाट पुल पुलिया के काम गुणवत्ता के साथ हो सके। इसको लेकर प्रबुद्धजन ओर शहर के बुद्धिजीवियो के साथ चर्चा की गई। संतोष इस बात का है कि हमने सभी लोगों से बात कर ली है। जो कार्य होना है उसका पूरा खाका तैयार हो जाए। हमारी सरकार ने कई कामों को हाथ में लिया है। कार्य के लिए सुझाव लिए है जो संतोषजनक है। मुख्यमंत्री ने शोक संवेदना प्रकट की विक्रमादित्य शोधपीठ से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मध्यप्रदेश कांग्रेस समिति के सचिव और पूर्व शहर अध्यक्ष स्व.अमित (राम) शर्मा के नीलगंगा स्थित निवास पर पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने स्व. अमित शर्मा के चित्र के समक्ष पुष्पांजली अर्पित की तथा मृतक के परिवार के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की। यहां से मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव गीता कॉलोनी स्थित पार्षद मुकेश पांचाल के निवास पहुंचकर उनके पिता स्वर्गीय नंदकिशोर पांचाल को श्रद्धांजलि अर्पित कर शोक व्यक्त किया। इस दौरान विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी श्रद्धांजलि दी।