शिवपुरी जिले के खनियाधाना कस्बे में पिता-पुत्र और दो आदिवासियों के साथ मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल ने खनियाधाना थाना में ज्ञापन सौंपकर हिंदुओं पर अत्याचार करने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। हालांकि पुलिस इस मामले में दोनों पक्षों पर मामला दर्ज कर चुकी है। बताया गया है कि 25 अगस्त को खनियाधाना कस्बे में होटल पर खाना खाने के बाद बुंदेल सिंह आदिवासी और प्रकाश आदिवासी का झगड़ा आसिफ अली के साथ दुकान से सामान लेने के दौरान हो गया था। इस झगड़े में दोनों आदिवासियों के साथ आसिफ सहित 6 लोगों के द्वारा मारपीट की गई थी। इसी दौरान दोनों आदिवासियों ने अपने परिचित बहार्रा के रहने वाले पिता पुत्र दिलीप शर्मा और राजेंद्र शर्मा को बुला लिया था। इस बीच दोनों पक्षों के बीच खूब झगड़ा हुआ था। इस मामले खनियाधाना पुलिस आदिवासियों की शिकायत पर सादिक, आसिफ, लाला उर्फ रियाज और मिच्चा पर एससीएसटी एक्ट सहित मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज कर चुकी थी। वहीं सादिक की शिकायत पर बुंदेल सिंह आदिवासी और प्रकाश आदिवासी और बहार्रा के रहने वाले पिता पुत्र दिलीप शर्मा और राजेंद्र शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज कर चुकी थी। वीडियो वायरल होने के बाद हिंदू संगठन में रोष आदिवासियों सहित पिता पुत्र के साथ हुई मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद हिंदू संगठनों में रोष व्याप्त था हिंदू संगठनों के द्वारा इस मामले को लेकर खनियाधाना थाने में ज्ञापन सौंपा गया। आक्रोशित हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने कहा कि जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें आदिवासियों सहित पिता पुत्र के साथ मारपीट होती दिख रही है। जबकि उनके द्वारा कोई भी मारपीट नहीं की गई इसके बावजूद उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। आदिवासियों की शिकायत पर पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों के नाम एफआईआर में नहीं लिखे गए। उन दोनों नाम को जोड़ने की मांग भी ज्ञापन के माध्यम से की गई। हिंदू संगठनों का आरोप था कि हिंदू भाइयों के साथ-साथ मारपीट कर उनके वीडियो को वायरल किया गया। उक्त लोगों पर संबंधित धाराओं में भी आरोपियों के खिलाफ धाराओं का इजाफा किया जाना चाहिए। इस मामले में खनियादाना थाना प्रभारी सुरेश शर्मा का कहना है कि पड़ताल के बाद सलीम और अंकल के नाम एएफआईआर में बढ़ा दिए गए हैं। झगड़े में दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई थी।