मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के द्वारा सड़क, रास्ते एवं हाइवे पर विचरने/बैठने वाले आवारा एवं निराश्रित मवेशियों व गोवंश के व्यवस्थित रखने के निर्देश के प्रदेशभर में दिए है। नर्मदापुरम में भी नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में निजी एवं शासकीय गौशालाओं में निराश्रित गौवंश के रखा जा रहा। बावजूद नर्मदापुरम की सड़कों पर बैठने और ठहलने वाले निराश्रित गोवंश की संख्या में कमी नहीं आ पा रही है। आज भी रात में ये निराश्रित गोवंश सड़क, हाइवे पर बैठ रहे। जिससे वाहन चलाने वाले इंसान तो चोटिल हो रहे। बेजुवान गोवंश भी घायल हो रहे। सड़कों पर विचरणकरते मवेशियों में कुछ लोगों के पालतू भी है। जो दूध न देने के कारण लोगों द्वारा छोड़ दिए गए है। जिला प्रशासन व नगर प्रशासन द्वारा ऐसे पशु मालिकों पर कड़ी कार्रवाई न करने के कारण भी मवेशियों की संख्या में कमी नहीं आ पा रही है। भोजन, साफ-सफाई, पानी की व्यवस्था के निर्देश प्रमुख सचिव ने सभी जिलों के कलेक्टर को निराश्रित पशुओं को हाईवे से हटा कर अन्य स्थानों पर स्थानांतरित करने के निर्देश दिए है। इसी के साथ जिन स्थानों पर एवं गौशालाओं में गोवंश को स्थानांतरित किया जाना है उन स्थानों पर पशुओं के भोजन, साफ सफाई, पानी आदि की व्यवस्था भी करना है। दुर्घटनावश यदि किसी गौवंश की मृत्यु हो जाती है तो उसके लिए भी व्यापक व्यवस्थाएं करना। टोल नाकों पर भी इमरजेंसी नंबर उपलब्ध करवाई। जिस की आवश्यकता पड़ने पर गोवंश को स्थानांतरित करने के लिए संबंधित जिले एवं अधिकारी को सूचित किया जा सके। कटनी में उल्लंघन पर 59 पशुपालकों पर FIR कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा नेशनल हाइवे और जिले के अन्य व्यस्त सड़क मार्गों पर विचरण करते गौवंश और सड़कों में पशुओं के जमावड़े से संभावित सड़क दुर्घटना से लोक संपत्ति, पशु हानि एवं मानव जीवन की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 के तहत जारी प्रतिबंधात्मक आदेश का उल्लंघन करने वाले 59 पशुपालकों के विरुद्ध अब तक एफ आई आर दर्ज कराई जा चुकी है।