विदिशा में नेत्रदान पखवाड़ा के अंतर्गत श्री हरि वृद्ध आश्रम विदिशा में नेत्र रोग विभाग एम्स भोपाल की ओर से नेत्र दान शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर बुजुर्गो को नेत्रदान के महत्व को बताया गया। जिसके चलते 20 बुजुर्गो और आश्रम प्रबंधक राजीव शर्मा ने नेत्रदान संकल्प पत्र भरा । इस अवसर पर एम्स की आई बैंक इंचार्ज पूजा हेरोलिया ने बताया कि मृत्यु के 6 से 8 घंटे के अंदर नेत्रदान किया जा सकता है उन्होंने कहा कि जीते जी हम जो नहीं कर सकते वह करने के बाद करके अमर हो सकते हैं एक नेत्र से दो व्यक्तियों को रोशनी मिलती है और एक व्यक्ति से चार व्यक्तियों को रोशनी मिल सकती है। उन्होंने श्री हरि वृद्ध आश्रम के बुजुर्गों द्वारा पूर्व में किए देहदान और नेत्रदान के लिए वृद्ध आश्रम का आभार व्यक्त किया। एम्स की डॉक्टर कनिका सिंह में बताया कि धार्मिक मान्यताएं नेत्रदान में कई बार बाधक बनती हैं इसके लिए हमें अप्रमाणिक भ्रांतियां मन से निकाल कर जागरूक बनना होगा। उन्होंने कहा कि भारत में नेत्रदान की बहुत कमी है। इसके लिए समाज में नेत्रदान करने के लिए जागरूकता लानी होगी। लोगों को नेत्रदान महादान जेसे पवित्र कार्य में आगे आना होगा। विदिशा की नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रुपाली जैन ने बुजुर्गों को नेत्रदान के लिए प्रेरित करते हुए कहा की व्यक्ति के मरने के बाद दूसरो की आंखों में जीवित रहने के लिए नेत्र दान करना बहुत पुण्य का काम है। उन्होंने बुजुर्गों को नेत्रदान के संकल्प के बारे में वृद्धजनों के सवालों की जानकारी देते हुए नेत्रदान के महत्व को बताया। इससे प्रभावित हो कर 20 बुजुर्गो और आश्रम प्रबंधक राजीव शर्मा ने नेत्रदान संकल्प पत्र भरा ।