मामला राजधानी का है। जहां पुलिस का एक जवान ड्यूटी पर तैनात था। इसी दौरान कार से आए कुछ युवक शराब के नशे में बदजुबानी कर रहे थे। जवान ने टोका तो युवकों ने कहा- रोड तेरे बाप का है? ये सुनकर पुलिसकर्मी ने कार्रवाई करने की वॉर्निंग दी। जिस पर उन्होंने पुलिसकर्मी के साथ मारपीट कर दी। पीड़ित जवान अपने साथ हुई बदसलूकी के खिलाफ अपने ही थाने में एफआईआर लिखवाने पहुंचा, तो उसके सीनियर अधिकारियों ने उसकी रिपोर्ट दर्ज करने के बजाए उसे सांत्वना दी। सुना तो यहां तक है कि एक सीनियर अफसर ने उसे कुछ पैसे देकर दो-चार दिन की छुट्टी पर रहने को कहा। हालांकि जवान अपना अपमान करने वालों के खिलाफ एफआईआर कराने पर अड़ा रहा। आखिरकार पुलिस को मामला दर्ज करना पड़ा। समझा जा सकता है कि थाने में एफआईआर कराना कितना मुश्किल का काम है। मंच पर ब्राह्मणों के खिलाफ सुनाने लगे कविता राजधानी में विरोधी दल के एसटी-एससी डिपार्टमेंट का विरोध प्रदर्शन था। इसमें दलित-आदिवासी वर्ग के अलावा अन्य वर्गों के भी नेता पहुंचे थे। मंच से वक्ताओं ने सरकार को जमकर कोसा। इसी दौरान बतौर पत्रकार माइक आईडी लिए वीडियो रिकॉर्ड कर रहे एक सज्जन मंच पर चढ़े और कविता पाठ कर दलित-आदिवासियों के साथ होने वाले भेदभाव, छुआछूत का जिक्र कविता के रूप में करने लगे। कविता पाठ करते-करते उन्होंने ब्राह्मणों को भी कोसना चालू कर दिया। जैसे ही पत्रकार से कवि बने वक्ता ने ट्रैक बदला तो मंच पर मौजूद लोगों ने उन्हें तुरंत रोक दिया। बाद में उन्होंने फिर से ट्रैक बदला और अपना भाषण पूरा किया। इस दौरान मंच पर ब्राह्मण समाज के दिग्गज नेता जो पहले मंत्री रह चुके हैं वे भी मौजूद थे, लेकिन मामला वोटों का है इसलिए चुपचाप रहे। मंत्री की जगह सपा से चुनाव लड़ी नेत्री की तस्वीर लगी छतरपुर के चौक-चौराहों पर लगे तिरंगा यात्रा के होर्डिंग, बैनर में मैडम मिनिस्टर की जगह उनके पड़ोसी जिले की सीट पर सपा से विधानसभा चुनाव लड़ चुकीं नेत्री की तस्वीर छपी है। इन होर्डिंग में मुख्यमंत्री, नगरीय प्रशासन मंत्री के साथ सपा से भाजपा में वापस लौटी नेत्री की तस्वीर सबका ध्यान खींच रही है। गौर करने वाली बात ये है कि हफ्ते भर से ज्यादा वक्त बीतने के बाद भी छतरपुर नगर पालिका द्वारा लगवाए गए होर्डिंग पर मंत्री की जगह सपा से भाजपा में घर वापसी करने वाली नेत्री की तस्वीर लगी है। मैडम का रुतबा यहां भी बरकरार, लेकिन काम नहीं जूनियर डॉक्टरों ने जिन मैडम के खिलाफ कई मर्तबा मोर्चा खोला, स्वास्थ्य महकमे में भी उनका रुतबा वैसा ही है। स्थिति ऐसी है कि बड़ी मैडम भी उनसे कुछ नहीं कह पातीं। हां, ये जरूर है कि मेडिकल कॉलेज से आई मैडम को कई महीने बीतने के बाद भी फाइलें नहीं मिल पा रहीं हैं। क्योंकि आज तक उनकी ई-फाइल आईडी ही नहीं बन पाई। फिर बन गई कलेक्टर की फर्जी आईडी सतना जिले के कलेक्टर अनुराग वर्मा की फेसबुक पर फर्जी तौर पर तीसरी बार आईडी बनाई गई है। यही नहीं, ठगी करने की कोशिश करने वाले ने लोगों से रुपए मांगना शुरू कर दिया है। इसके बाद कलेक्टर ने एक बार फिर लोगों को सूचना देते हुए कहा है कि फर्जी आईडी बनाने वाले के झांसे में न आएं। इसके पहले जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना की भी दो बार फर्जी फेसबुक आईडी बनाई जा चुकी है। प्रदेश में एक माह के अंतराल में आधा दर्जन कलेक्टरों की फर्जी फेसबुक आईडी सामने आ चुकी है और इनकी शिकायत के बाद भी सायबर टीम इस तरह की गतिविधियों पर लिप्त ठगों को तलाश नहीं पा रही है। और अंत में… कलेक्टर ने फिर अधीनस्थों की गलती बता दी अपनी कार्यशैली के कारण चर्चा में रहने वाली एक कलेक्टर ने एक बार फिर अपनी सुपरविजन की कमी के लिए अधीनस्थों को जिम्मेदार बता दिया है। जन्माष्टमी के बाद हुई कलेक्टरों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान संभागायुक्त ने कलेक्टर से कहा कि आपके जिले में सीएम हेल्पलाइन समेत अन्य कामों का परफार्मेंस कमजोर आ रहा है। इस पर कलेक्टर ने अपने अधीनस्थ राजस्व अमले को जिम्मेदार बता दिया। कमिश्नर ने कहा कि यह काम कराना कलेक्टर की जिम्मेदारी है तो मैडम ने जवाब दिया अधिकारी सुन नहीं रहे हैं। अब अधिकारी सुन नहीं रहे या कलेक्टर काम नहीं करा पा रहीं, यह चर्चा में है। ये भी पढ़ें… डेढ़ बजते ही बत्ती बंद करा देते हैं मंत्री जी: बिन सरकार राजधानी में पहाड़ और जंगल कटवा कर बंगला बनवा रहे ‘नेता जी’ मोहन सरकार के एक मंत्री के यहां डेढ़ बजते ही बत्ती गुल हो जाती है। मंत्री जी के दफ्तर से लेकर बंगले की बिजली करीब एक घंटे तक गुल रहती है। हाल ही में मंत्री जी ने खबरनवीसों को बुलाया और चर्चा के दौरान ही डेढ़ बज गए। मंत्री जी एक-एक कर मीडियाकर्मियों से चर्चा कर रहे थे कि अचानक उनकी नजर घड़ी पर पड़ी, उन्होंने तुरंत कहा लाइटें बंद कर दो। ये सुनकर मीडियाकर्मी चौंक गए कि ऐसा क्या हुआ कि कमरे की लाइट बंद कराई जा रही हैं। पूरी खबर पढ़ें… नेता जी बोले- उपचुनाव कराकर सीएम बनूंगा: विरोधी दल से महंगी सत्तापक्ष की थाली, 5 महीने बे-काम रहने के बाद मिली साहब को पोस्टिंग मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा रिकॉर्ड 163 सीटें जीतकर फिर सरकार बनाने में कामयाब रही, लेकिन इस जीत में भी पार्टी के कई दिग्गजों को हार का मुंह देखना पड़ा। हारे हुए पूर्व विधायकों, पूर्व मंत्रियों की चुनाव जीते विधायकों के साथ मुकदमेबाजी चल रही है। एक पूर्व मंत्री ने अदालत में जो कहा उसकी खबर सरकार तक पहुंची है। पूर्व मंत्री जी ने कहा कि अपनी सीट पर उपचुनाव कराकर चुनाव जीतेंगे और फिर सीएम बनेंगे। नेताजी एक मामले में कोर्ट में अपने बयान दर्ज कराने आए थे। पढ़ें पूरी खबर…