35 वर्ष पूर्व गुमाश्ता नगर में एक छोटी सी कोशिश की गई थी। इस दिन गुमाश्ता नगर स्थित तिरूपति बालाजी वेंकटेश देवस्थान से एक प्रभात फेरी शुरू की गई थी, जिसे हर मौसम हर स्थिति में निकलते हुए आज 35 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। इस अवसर पर रविवार को सुबह 5.30 बजे देवस्थान से प्रभात फेरी निकाली जाएगी। दोपहर 2.30 बजे नंद महोत्सव मनाया जाएगा। देवस्थान के ट्रस्टी पुरूषोत्तम पसारी एवं मीडिया प्रभारी राम मूंदड़ा ने बताया कि यह परम्परा स्वामी घनश्यामाचार्य के पावन सान्निध्य में रामायण मंडल के स्व. रामकृष्ण नीमा ने वर्ष 1989 में शुरू की थी जो आज भी अनवरत जारी है। मूसलाधार बरसात हो अथवा कड़ाके की ठंड, यह परम्परा प्रभु कृपा से कभी खंडित नहीं हुई। रविवार 1 सितम्बर को सुबह 5.30 बजे भव्य प्रभात फेरी निकाली जायेगी। इस आयोजन से जुड़े सूर्यप्रकाश झंवर, जानकीलाल काकाणी व गोपालदास राठी ने बताया कि प्रभातफेरी कई संत महात्मा शामिल होंगे। बैण्ड के साथ झांकियां भी रहेगी। सम्पूर्ण मार्ग पर घर-घर से प्रभात फेरी का भव्य स्वागत किया जाएगा एवं भगवान की आरती कर प्रसाद वितरण किया जाएगा। प्रभात फेरी का समापन पुनः मंदिर परिसर पर होगा। सुबह 7.30 बजे मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण होगा उसके बाद आरती भी होगी। रामेश्वरलाल मूंदड़ा व गोपाल मूंदड़ा ने बताया कि दोपहर 2.30 बजे नंद महोत्सव का विशाल आयोजन मंदिर परिसर में संपन्न होगा। इसके यजमान कमलकिशोर प्रहलाददास लड्ढ़ा परिवार होंगे। इस अवसर पर भजन गायक हरिकिशन साबू अपने भजनों की रसगंगा बहायेंगे।