निवाड़ी जिले की पर्यटन नगरी ओरछा में शनिवार को पर्यटन मित्र प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार और मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड शिव शेखर शुक्ला, अपर प्रबंध संचालक बिदिशा मुखर्जी, कलेक्टर अरुण कुमार विश्वकर्मा और जिला पंचायत CEO रोहन सक्सेना मौजूद रहे। ओरछा के बेतवा रिट्रीट होटल में स्थानीय लोक कलाकारों के प्रशिक्षण का आयोजन कलेक्टर के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इस अवसर पर ने स्थानीय लोक-कलाकारों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि लोक कला हमारी सांस्कृतिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा है। यह न केवल हमारी परम्पराओं और इतिहास को जीवित रखती है, बल्कि सामाजिक समरसता और एकता को भी बढ़ावा देती है। उन्होंने कहा कि बुंदेली पारंपरिक संवाद, संस्कृति को जीवित रखना हमारी प्राथमिकता है। भाषाएं भावनाओं का प्रतीक है, इन्हें सीखना और समझना बहुत जरूरी है। इसलिए स्थानीय भाषा के अलावा अन्य भाषाओं को भी सीखना जरूरी है। जिला पंचायत CEO रोहन सक्सेना ने लोक कलाकारों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि उनकी कला हमारी संस्कृति को समृद्ध करती है। इसे आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि ओरछा के पयर्टन, कला, संस्कृति, परंपरा का बहुत महत्व है, इस महत्व को सभी पर्यटकों को बताना जरूरी है। वहीं आईआईटीटीएम ग्वालियर के सहायक प्राध्यापक रमेश देवव्रत ने कहा कि पर्यटकों को किसी पर्यटन स्थल के बारे में जानकारी देना महत्वपूर्ण है। ताकि वह अपनी यात्रा का आनंद ले सकें। सहायक प्राध्यापक रामा कृष्णा कोंगला ने कहा कि पर्यटन स्थल का परिचय देते हुए उसके ऐतिहासिक, सांस्कृतिक या प्राकृतिक महत्व का भी वर्णन करें। हरीतिका ऑर्गेनाइजेशन के टीम लीडर मनोज नायक ने पयर्टन मित्र कार्यशाला के उद्देश्य के बारे में परिचय दिया। साथ ही उन्होंने ग्रामीण पयर्टन को बढ़ावा देने के लिए किए गए कार्यों के बारे में भी जानकारी दी। कार्यक्रम में प्रतिभागियों को अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्रों का भी वितरण किया गया। कार्यशाला में पयर्टन मंत्रालय भारत सरकार के जय कुमार तिवारी, एमपीटी की सलाहकार श्रीमती स्नेह लता शुक्ला, श्रीमती वीनल सुखवानी, प्रिंस शर्मा आदि उपस्थित रहे।