कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई रेप और हत्या की घटना से पूरे देश में रोष है। इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसके चलते उज्जैन पुलिस ने बड़ा कदम उठाया है। उज्जैन पुलिस ने अब शहर के करीब 30 अधिक निजी और सरकारी अस्पतालों का सेफ्टी ऑडिट करवा रही है। जिसके तहत पुलिस टीम अस्पतालों में जाकर कैमरे, अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था, इंट्री एग्जिट पॉइंट,आने जाने वालो के नाम नंबर लेने और अस्पताल परिसर में खाली सुनसान जगह है तो उसे देखकर उसके सुरक्षा उपाय करेगी। कोलकाता जैसे दुष्कर्म और हत्या की घटना उज्जैन शहर में ना हो इसके चलते उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने सुरक्षा के लिए शहर के सभी थानों को निर्देशित किया है कि अपने अपने इलाको में सरकारी और निजी अस्पतालों की लिस्ट बनाकर अस्पताल में जाए। टीम को सीएसपी लीड करेंगे साथ ही थाने की टीम जाकर अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था देखेगी। शुक्रवार को इसकी शुरुआत हुई जिसमें थाना चिमनगंज के सीएसपी सुमित अग्रवाल, टीआई हितेंद्र पटेल के साथ थाने के पांच लोग शामिल थे। इन्होने आगर रोड से इस अभियान की शुरुआत की जिसमें टीम ने आरडी गार्डी अस्पताल में पहुंचकर सुरक्षा उपाय को देखा। यहाँ जो कमियां थी उन्हें पूरा करने के निर्देश दिए है। उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि हमने सभी थानों को निर्देशित किया है की अपने अपने थाना क्षेत्रों के अस्पताल का सुरक्षा ऑडिट करे, आज से इसकी शुरुआत हुई है। पहले शहर के सभी सरकारी अस्पतालों का सुरक्षा ऑडिट होगा फिर निजी अस्पतालों का किया जायेगा। इसमें हम सुरक्षा के सभी मानक उपाय को ध्यान में रखते हुए केम्पस को सुरक्षित करने जा रहे है। सुरक्षा के लिए ये करेगी उज्जैन पुलिस – उज्जैन एसपी ने बताया कि सभी अस्पतालों में लगे सीसीटीवी कैमरों का एक्सेस लेंगे ताकि काम पड़ने पर कंट्रोल रूम से इन्हे देखा जा सके, पुलिस टीम अस्पतालों में जाकर इंट्री एग्जिट कैमरे के एंगल, कर्मचारियों के क्रिमिनल रिकॉर्ड, अस्पताल में खाली पड़ी जगह, अस्पताल का खाली पड़ा परिसर जहां कैमरे ने है है उन्हें बंद करवाया जाएगा। सक्युरिटी गार्ड कर्मचारियों की संख्या और कौन कौन काम कर रहे, सुरक्षाकर्मी रेगुलर आते है या नहीं। इन सभी सुरक्षा उपायों को देखने जा रही है।