इंदौर में मिली लावारिस बच्ची की कथित मां आई सामने:दावा ; अजमेर की ट्रेन छूटी, घर वापस लौटते वक्त गुम हुई बेटी, अब DNA टेस्ट से होगा खुलासा

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इंदौर में 8 दिन पहले लावारिस मिली 13 महीने की बच्ची को एक महिला अपनी बेटी बता रही है। पुलिस को बाल विनय मंदिर के पास बच्ची लावारिस मिली थी, जिसे संजीवनी सेवा संगम संस्था पहुंचाया था। अब बच्ची की मां होने का दावा करने वाली महिला बच्ची को उसे सौंपने की मांग कर रही है। लेकिन प्रशासन ने बगैर पुष्टि के महिला को बच्ची की कस्टडी देने से इनकार कर दिया है। मामले में अगले सप्ताह बच्ची और मां होने का दावा करने वाली महिला का डीएनए टेस्ट करने की तैयारी है। अगले सप्ताह टेस्ट हो सकता है। जानिए क्या है पूरा मामला… दैनिक भास्कर से महिला ने कहा – अजमेर जाने के लिए रेलवे स्टेशन गई थी ट्रेन छूट गई मामले को लेकर दैनिक भास्कर ने बच्ची की मां होने का दावा करने वाली महिला से बात की। महिला ने कहा कि वो बच्ची को लेकर अकेली रहती है। घरों में काम कर बेटी और खुद का पालन-पोषण करती है। पति 8 महीने से लापता है। बच्ची 13 महीने की है। वो उसे लेकर रेलवे स्टेशन गई थी। दोनों अजमेर जाने वाले थे। लेकिन ट्रेन छूट गई। इसके बाद वो बाल विनय मंदिर स्कूल के पास बने सुलभ शौचालय में गई थी। बच्ची को बाहर छोड़ दिया था। वापस आई तो बच्ची वहां नहीं थी। आसपास ढूंढा लेकिन बच्ची नहीं मिली। खजराना थाने में शिकायत के लिए गई थी। वहां से तुकोगंज थाने भेजा। थाने से वीडियो कॉल पर बच्ची को दिखाया गया। बच्ची लेने संस्था गई लेकिन वहां डॉक्यूमेंट मांगे गए। घर पर कुछ अधिकारी आए थे। वो बच्ची से संबंधित डॉक्यूमेंट ले गए हैं। बच्ची का जन्म धार जिला अस्पताल में हुआ था। उसका जन्म प्रमाण पत्र दिया है। उसके कुछ फोटोग्राफ भी दिए हैं। महिला चाहती है कि जल्द से जल्द उसे बच्ची मिल जाए। यह है पूरा मामला 22 अगस्त को बाल विनय मंदिर स्कूल के पास पार्क रोड पर 13 महीने की बच्ची लावारिस स्थिति में एक ऑटो चालक को मिली थी। ऑटो चालक ने आसपास देखा लेकिन कोई नहीं मिला। इस पर वो बच्ची को तुकोगंज थाने ले गया और पुलिस के सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने बाल कल्याण समिति को बच्ची की जानकारी दी। फिर बच्ची को देखभाल के लिए संजीवनी आश्रम भेजा गया। इस बीच बच्ची की फोटो और जानकारी इंटरनेट पर वायरल हुई। बुधवार को तरुन्नुम बी पिता मोहम्मद खान निवासी खजराना संजीवनी आश्रम पहुंची और दावा किया कि वो बच्ची की मां है। महिला को बच्ची से संबंधित प्रमाणित डॉक्यूमेंट लाने के लिए कहा गया है। मामले में बाल कल्याण समिति ने जांच शुरू कर दी है। महिला से भी समिति सदस्य ने बात की है। डॉक्यूमेंट की जांच की जा रही है। जांच में कन्फर्म होने पर ही बच्ची महिला को सौंपी जाएगी। इस बीच अधिकारियों ने बच्ची और महिला के डीएनए जांच की तैयारी कर ली है। अगले सप्ताह सं‌भवत: डीएनए जांच होगी। जिससे ये पता चल सके कि बच्ची महिला की है। वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर ये कन्फर्म हो जाएगा।