अनंत चतुर्दशी चल समारोह 17 सितंबर को निकलेगा। निर्णायक मंच के समक्ष प्रदर्शन के लिए इस बार दो शस्त्र कला विधाओं का चयन किया गया है। मंच के समक्ष अखाड़ों के कलाकार सिर्फ लाठी के साथ बंदिश व बल्लम (भाला) का प्रदर्शन कर सकेंगे। तलवार, चाकू, कुर्सी आदि का प्रयोग नहीं कर सकेंगे। समिति ने निर्णय लिया कि उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर शस्त्र कला के उक्त दोनों वर्गों में महिला अखाड़ों को विशेष पुरस्कार दिया जाएगा। प्रत्येक खेल के लिए तीन-तीन मिनट का समय प्रत्येक अखाड़े को दिया जाएगा। अखाड़ों को समय और अनुशासन का पालन करना होगा। अखाड़ों को जिला प्रशासन द्वारा तय दिशा निर्देशों का पालन करना होगा।