हैंडपंप के दूषित पानी से गांव में हैजा फैला:10 साल की बच्ची की उल्टी दस्त की वजह से मौत, आधा सैकड़ा ग्रामीण बीमार

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इस बार बारिश के सीजन में जिले के कई गांव में हैजा की बीमारी फैली है। रात के समय से जिले के मुंगावली के चिरौली गांव में भी अचानक से उल्टी दस्त के मरीजों की संख्या बढ़ गई। कुछ ही घंटे में लगभग 50 से अधिक लोगों को उल्टी दस्त होने लगे। जिन्हें 1-1 कर मुंगावली सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। हालांकि, इनमें से एक 10 साल की बच्ची की मौत भी हो गई है। हैजा फैलने के कारण मुंगावली क्षेत्र में मौत का यह दूसरा मामला है। मुंगावली बीएमओ अजय जाटव ने बताया कि एक दिन पहले गांव से केवल एक व्यक्ति उल्टी दस्त होने की वजह से अस्पताल आया था। जिसे भर्ती किया था। हालांकि, रात में ही अचानक से प्रकोप बढ़ गया। आज (30 अगस्त) को सुबह करीब 5 बजे 15 लोग आए। इसके बाद धीरे-धीरे कुछ ही देर में गांव से 52 लोग उल्टी दस्त से पीड़ित हो चुके हैं। जिस 10 साल की बच्ची ऊषा पुत्री राकेश आदिवासी की मौत हुई है। उसे अस्पताल में मृत अवस्था में ही लेकर पहुंचे थे। गांव के हैंडपंप को बंद कराया बीएमओ ने बताया कि जब गांव में अचानक से इतने अधिक लोगों को उल्टी दस्त होने लगे तो स्वास्थ्य विभाग की हमारी टीम गांव में पहुंची। ग्रामीण जिसे हैंडपंप का पानी पी रहे थे उस हैंडपंप को बंद कर दिया है। साथ ही एक स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में भी है। यह सभी लोग गांव के हैंड पंप के दूषित पानी से बीमार हुए हैं। प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे जिस बस्ती में लोग बीमार हुए हैं वहां पर अधिकारी भी पहुंचे। हैंडपंप को बंद कर पीएचई विभाग ने उसका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है। पानी की रिपोर्ट करीब 5 दिनों में आएगी। जिसके बाद यह पता चल सकेगा कि पानी खराब है या नहीं। अचानक से बीमारी फैलने के बाद शाम के समय तक गांव में अधिकारी मौजूद हैं।