सरकार के निर्देश के बाद पूरे प्रदेश सहित जिले के सड़कों पर विचरण वाले गोवंशों को पकड़कर, निकाय और पंचायत कर्मी, गौशाला भिजवा रहे हैं, ताकि सड़कों पर पशुओं से होने वाली संभावित दुर्घटनाओं को रोका जा सके। इसी कड़ी में शुक्रवार की शाम को सड़क पर विचरण कर रहे मवेशियों भरवेली ग्राम पंचायत कर्मियों ने पकड़कर शासकीय स्कूल की बाउंड्रीवाल में बंद रखा था। मवेशियों को पकड़े जाने से खफा पशुपालकों ने सरपंच के घर पहुंचकर सरपंच और वहां मौजूद पंचायतकर्मियों से हाथापाई की। जो सीसीटीवी में कैद हो गई है। जानकारी अनुसार प्रशासनिक आदेश के तहत शुक्रवार को भरवेली पंचायतकर्मी सड़क पर आवारा गौवंश को एकत्र करके गौशाला भेजे जाने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाने वाली थी। जिसमे भरवेली सरपंच एवं उनके साथियों के द्वारा लगभग 15 से अधिक गौवंश को हांकते हुए बंधक बनाया गया। रात लगभग 9 बजे गौवंश मालिकों के द्वारा विवाद करते हुए अपने गौवंश को छुड़ाने के लिए ग्राम सरपंच और साथियों के साथ हाथापाई की गई। जिसकी फुटेज सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। जिसकी शिकायत भरवेली थाने में की गई। जिसमें पुलिस ने दो लोगों सचिन धारे और सुमित धारे के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा का मामला दर्ज कर जांच में लिया है। पशुपालकों ने की हाथापाई पंचायत सरपंच गीता अनिल बिसेन ने बताया कि प्रशासनिक निर्देश के बाद हमने कर्मियों को निर्देशित किया था कि वह सड़कों पर घूम रहे मवेशियों को पकड़कर, प्राथमिक स्कूल के परिसर में मवेशियों को बंद करे, जिन्हें वारासिवनी गौशाला भेजा जाएगा। जिसके तहत कर्मियों ने गोवंश को पकड़ा था, लेकिन पशुपालकों ने आकर मुझसे और कर्मियों से हाथापाई की। जिसकी शिकायत हमने पुलिस में की है। शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने का मामला इस मामले में भरवेली थाना प्रभारी जयदीप भदौरिया ने बताया कि सरपंच और पंचायतकर्मियों से हाथापाई में शासकीय कार्य में बाधा और अन्य धाराओं में अपराध दर्ज किया गया है। बताया जाता है कि शासकीय स्कूल के मैदान में मवेशियों को रखकर, स्कूल गेट का ताला लगा दिया गया था। बावजूद इसके गेट का ताला तोड़कर गोवंशों को पशुपालक लेकर चले गए।