सीधी जिले के विथिका भवन में रेलवे को भूमि देने से प्रभावित लोग लगातार 9वें दिन भी अनशन कर रहे हैं। ललितपुर-सिंगरौली रेल लाइन से प्रभावित किसान रोजगार और विस्थापन की समस्या को लेकर आंदोलन पर हैं। शुक्रवार को शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक पांडे भी किसानों के बीच पहुंचे। उन्होंने कहा कि हम शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं। आज प्रदर्शन का नौंवा दिन है। यह प्रदर्शन आगे लगातार जारी रहेगा। अगर प्रशासन बात नहीं मानता है। किसान की जमीन जबरन खाली कराई गईतो आंदोलन उग्र रूप से किया जाएगा। जिसकी जवाबदारी प्रशासन की खुद की होगी। इसके साथ ही अगला कार्यक्रम जेल भरो आंदोलन के रूप में हम करेंगे, जहां खुद को जेल में सौपेंगे। इस वजह से हो रहा प्रदर्शन रेलवे का प्रोजेक्ट है की जमीन अधिग्रहण के बदले में नौकरी दी जाएगी। रेलवे ने अपना वादा पूरा नहीं किया है, जिन्हें अभी तक मुआवजा नहीं मिला है। बात करें मुआवजे की तो लगभग 800 लोगों से ज्यादा लोगों का अभी मुआवजा रेलवे विभाग ने नहीं दिया है. ललितपुर-सिंगरौली रेल लाइन में जिनकी जमीन अधिग्रहण की गई है। उनसे कहा गया था कि जमीन के बदले नौकरी दी जाएगी। लेकिन करीब 800 लोगों को ना मुआवजा मिला है और ना ही नौकरी। लोगों की मांग है कि रेलवे प्रभावित किसानों को नौकरी दे। साथ सर्वे कराकर मुआवजा दिया जाए। पीड़ित राजकुमार विश्वकर्मा ने बताया कि रेलवे ने जब हमारी जमीन को अधिगृहीत किया था। तब परिवार में एक जन लोगों को नौकरी और मुआवजा देने की बात कही थी। साथ ही जिनके पास रहने के लिए घर नहीं था उन्हें रहने के लिए घर भी देने के लिए वादा किया था। जिसमें कई अन्य लोगों को 2019 के पहले यह सुविधा मिल चुकी है। लेकिन हम लोगों को सरकार अब यह सुविधा नहीं दे रही है। सिर्फ मुआवजे की राशि देकर अपना काम निकलवाना चाहती है। इसलिए हम सब विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस विरोध प्रदर्शन में अनिल बंसल, रोहिणी प्रसाद तिवारी, महादेव साहू,कमलभान विश्वकर्मा, जगदीश बंसल सहित सैकड़ों लोग शामिल हैं।