मुरैना शहर रात में चोरों के हवाले रहता है। लगातार चोरियां होने के बावजूद थानों के थाना प्रभारी रात में अपने घर सो जाते हैं और गश्त करने वाले अपने घर। यह हालत तब है जब मुरैना शहर में ताबड़तोड़ चोरियां करके चोरों ने व्यापारियों को हलकान कर रखा है। थाना प्रभारियों की इसी लापरवाही का खामियाजा पूर्व पुलिस अधीक्षक शेलेन्द्र सिंह चौहान को भुगतना पड़ा और उन्हें मुरैना से जाना पड़ा। बावजूद थाना प्रभारियों की कार्यशैली में सुधार नहीं हुआ। जब मौजूदा पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने रात में शहर की गश्त का जायजा लिया, तो हकीकत सामने आ गई। फिलहाल, उन्होंने जिले के आठ थाना प्रभारियों को चेतावनी देकर निंदा की है, लेकिन इस बात के साफ संकेत भी दे दिए हैं कि आगे से चेतावनी नहीं दी जाएगी बल्कि एक्शन लिया जाएगा। बता दें, कि थाना प्रभारियों की ढील-पोल का नतीजा शहर के व्यापारी भुगत रहे हैं। कोतवाली थाने के ठीक सामने मौजूद मधु ऐजेन्सी शोरुम में हुई चोरी का पुलिस अभी तक खुलासा नहीं कर सकी है। रात में चोरों ने दुकान का शटर उचकाकर लगभग दो लाख रुपए की चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। इससे पहले शहर की पॉश कॉलोनी टीआरपुरम में गुप्ता सॉल्वेंट फैक्ट्री के मालिक के यहां आधा दर्जन चोरों ने रात में धावा बोलकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया था, जिसमें ढाई लाख रुपए से अधिक का माल चोर चोरी करके ले गए थे। उन चोरों को पुलिस नहीं खोज सकी है। उसके साथ ही अन्य चोरियां हुईं, जिनका भी खुलासा पुलिस नहीं कर सकी है। यह बात अलग है कि हर चोरी का खुलासा न कर पाना पुलिस के बस की बात नहीं है लेकिन रात में गश्त तो पुलिस के हाथ में है, लेकिन मुरैना पुलिस रात में गश्त करने को भी तैयार नहीं है। हालत यह है कि शहर के थानों के थाना प्रभारी रात होते ही घरों में दुबक जाते हैं और उनके दीवान व आरक्षक अपने साहब के घरों में घुसते ही स्वयं भी एक राउंड लगाकर घर में सो जाते हैं। उसके बाद शहर चोरों के भरोसे हो जाता। इन थाना प्रभारियों की निंदा की पुलिस अधीक्षक ने जिन आठ थाना प्रभारियों की जांच कर उन्हें चेतावनी देते हुए उनकी निंदा की है, उनमें स्टेशन रोड थाना प्रभारी दर्शनलाल शुक्ला, सरायछोला थाना प्रभारी वीरेश कुशवाह, बानमोर टीआई अमित भदौरिया, कैलारस थाना टीआई सुनील खेमरिया, जौरा टीआई उदयभान सिंह यादव, चिन्नौनी टीआई कमलनेत्र चौधरी, रामपुर थाना प्रभारी पार्थ सिंह परिहार, देवगढ़ थाना प्रभारी अरुण सिंह कुशवाह का नाम शामिल हैं। पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि रात में 12 बजे गश्त टीम रवाना करने से पहले टीआई उसका फोटो जिला पुलिस के वाट्सएप ग्रुप में उसे शेयर करेंगे। उस फोटो में थाना प्रभारी स्वयं दिखना चाहिए। उपरोक्त थाना प्रभारियों ने फोटो में अपना फोटो शामिल न करते हुए गश्त टीम के फोटो डाल दिए, जिस पर माना गया कि उपरोक्त थाना प्रभारी उस समय उपस्थित नहीं थे, इसलिए उन्हें सख्त चेतावनी दी गई है।