पिंक पार्किंग व्यवस्थित कर सिर्फ महिलाओं के लिए होगी जिस तरह देश के प्रमुख शहरों की पहचान वहां के बाजार होते हैं, उसी तर्ज पर न्यू मार्केट भी भोपाल की पहचान बनेगा। इसके लिए सभी दुकानों का रंग एक ही किया जाएगा। मार्केट नो व्हीकल और नो हॉकर्स जोन होगा। यह शहर का सबसे खूबसूरत मार्केट भी होगा। इस संबंध में शुक्रवार को न्यू-मार्केट व्यापारी संरक्षण समिति की बैठक में कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने निर्देश दिए। बाजार की रीडिजाइनिंग की प्लानिंग के लिए राजस्व, नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस के साथ अन्य एजेंसी के अधिकारी शामिल हुए। समिति ने इस दौरान कलेक्टर को अपनी तीन प्रमुख मांगों का ज्ञापन भी सौंपा। न्यू मार्केट को व्यवस्थित करने के लिए शुक्रवार शाम बैठक बुलाई गई थी। इसमें व्यापारियों ने बताया कि 2006 में इसे नो-व्हीकल एवं नो-हॉकर्स जोन घोषित किया गया था। यह अब तक नो व्हीकल जोन तो है, लेकिन नो-हॉकर्स जोन नहीं रहा। इसके कारण न्यू मार्केट में आम नागरिक का चलना फिरना तक दूभर हो गया है। यह होगा न्यू मार्केट का रिडिजाइनिंग प्लान {पूरे मार्केट से अतिक्रमण को लोगों के सहयोग से हटाया जाएगा। {व्यवस्थिति पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। {पूरा मार्केट एक ही रंग का होगा, जैसे जयपुर आदि शहरों में है। {भिखारियों को बाजार से विस्थापित किया जाएगा। {महिलाओं के लिए बनी पिंक पार्किंग को सिर्फ महिलाओं के लिए आरक्षित किया जाएगा। {अंदर की सड़कों को ठीक किया जाएगा {सभी व्यापारियों के लिए भी बाजार को लेकर गाइडलाइन बनाई जाएगी। दुकान की लीज भी बढ़ाने की मांग
समिति के पूर्व सचिव अजय देवनानी ने बताया कि उन्होंने कलेक्टर के सामने प्रमुख तीन मांगें रखीं। इनमें नो हॉकर्स जोन और पिंक पार्किंग महिलाओं के लिए आरक्षित करना है। अभी दुकानदारों की दुकान की लीज तीन साल की रहती है। हमारी तीसरी मांग है कि इसे बढ़ाकर 25 या 30 साल किया जाना चाहिए। कम अवधि होने के कारण दुकानदारों को परेशानी होती है। रीडिजाइन की प्लानिंग कर रहे
^न्यू मार्केट शहर का प्रमुख बाजार है। इसे जयपुर और अन्य प्रमुख मार्केट वाले शहरों की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। इसके लिए शुक्रवार को व्यापारी संघ और नगर निगम समेत अन्य एजेंसी के अधिकारियों के साथ बैठक की है। न्यू मार्केट को इस तरह डिजाइन किया जाएगा, जिससे यह शहर की एक पहचान बने।
-कौशलेंद्र विक्रम सिंह, कलेक्टर