देवी अहिल्याबाई की 229वीं पुण्यतिथि पर पालकी यात्रा की तैयारी:इस्कॉन का रथ भी होगा आकर्षण का केंद्र, 20 समाजों के लोग परम्परागत वेशभूषा में होंगे शामिल

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देवी अहिल्याबाई की 229वीं पुण्यतिथि के अवसर पर 1 सितंबर को शहर में कई आयोजन देवी अहिल्या उत्सव समिति के तत्वावधान में संपन्न होंगे। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव अहिल्या उत्सव समिति की अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के अनुरोध पर देवी अहिल्या पुण्य स्मरण समारोह में भाग लेने इंदौर पधार रहे हैं। इस अवसर पर आयोजित पालकी यात्रा में शहर के कई समाज अपनी विशिष्ट वेशभूषा में सम्मिलित होंगे। देवी अहिल्या उत्सव समिति की अध्यक्ष तथा पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के निर्देश पर पालकी यात्रा को अंतिम रूप देने के लिए आज अहिल्या सदन में सांसद शंकर लालवानी की अध्यक्षता में एक बैठक संपन्न हुई। उन्होंने बताया कि इस बार पालकी यात्रा का स्वरूप बेहद वृहद होगा। पहली बार प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी इस शोभायात्रा में शामिल होंगे। दो परम्परागत अखाड़े के साथ ढोलक पार्टी भी सम्मिलित होगी। इस्कॉन मंदिर की झांकी इस बार पालकी यात्रा के लिए आकर्षण का केंद्र होगी। गोस्वामी समाज, नेपाली समाज सहित लगभग 20 समाज के लोग अपनी परम्परागत वेशभूषा में शामिल होंगे। राजघराने के 13 शासक, महिला सेना भी इस पालकी यात्रा का गौरव बढ़ाएगी। कार्यकारी अध्यक्ष अशोक डागा व सुधीर देड़गे, मीडिया प्रभारी राम मूंदड़ा ने बताया कि पालकी को श्रद्धालु अपने कांधे पर धारण करेंगे। स्वागत मंच भी रास्ते में एक तरफ लगाए जाएंगे। जगह-जगह पर पालकी यात्रा का स्वागत होगा। यात्रा गांधी हाल से निकल कर महात्मा गांधी मार्ग, कृष्णपुरा, राजावाड़ा होते हुए गोपाल मंदिर पहुंचेगी, जहां इसका समापन होगा।