गुरुवार देर रात शहर में जमकर बारिश हुई। आधे घंटे तक जोरदार बारिश हुई। पिछले पांच दिनों से तेज धूप निकल रहे थी। इस वजह से नागरिकों को उमस का सामना करना पड़ रहा था। रात में हुई बारिश से मौसम ठंडा हो गया। जिले में बारिश का 90 प्रतिशत कोटा पूरा हो गया है। पिछले वर्ष के मुकाबले 400 मिमी बारिश ज्यादा हो चुकी है। गुरुवार रात हुई बारिश के कारण कलेक्टर को अस्पताल निरीक्षण बीच में हो छोड़कर जाना पड़ा। दरअसल, कलेक्टर सतेंद्र सिंह गुरुवार रात जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे थे। प्रदेश की चीफ सेक्रेटरी ने गुरुवार दोपहर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था करने, अंधेरों वाले इलाकों में लाइट लगाने सहित अन्य व्यवस्थाओं के निर्देश दिए थे। इसी के बाद कलेक्टर अस्पताल का निरीक्षण कारण पहुंचे। उन्होंने अस्पताल के डार्क स्पॉट्स को चिन्हित कर वहां लाइट लगाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने अस्पताल के जिन इलाकों में झाड़ियां उगी हैं, उनको हटाने के निर्देश PWD को दिए। उन्होंने मौके से ही विद्युत विभाग के SE को फोन कर विद्युत व्यवस्था के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि नगरपालिका, PWD, हॉर्टिकल्चर की टीम मिलकर अस्पताल में झाड़ियों की सफाई कराए। उनसे पहले ADM ने भी जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान ही तेज बारिश आ गई। इस कारण कुछ समय ही निरीक्षण कर कलेक्टर वापस निकल गए। बारिश का 90 प्रतिशत कोटा पूरा जिले में 1 जून से अब तक 953.1 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। यह सामान्य वर्षा का 90.5 प्रतिशत है। जिले में पिछले वर्ष इसी अवधि में 552.4 औसत वर्षा दर्ज की गई थी। जिले की वर्षा ऋतु में सामान्य औसत वर्षा 1053.5 मिलीमीटर है।अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 1 जून से 29 अगस्त सुबह 8 बजे तक जिले के वर्षामापी केन्द्र गुना में 959.9 मिलीमीटर, बमौरी में 1001, आरोन में 666.5, राघौगढ़ में 1237, चांचौड़ा में 884, कुम्भराज में 1186 और वर्षा मापी केन्द्र मधुसुदनगढ़ में 739.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।