16 दिन में 17 गाय की सड़क दुर्घटना में मौत:अधिकारियों के चैंबर तक सीमित गोवंश के बचाव का कार्य, हकीकत कुछ और ही

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शिवपुरी जिले में गोवंश के सड़क दुर्घटना का शिकार होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज फिर कोलारस विधानसभा क्षेत्र में हाइवे पर बैठी दो गायों की कुचलने से मौत हुई है। वहीँ एक गाय गंभीर रूप से घायल हुई हैं। बता दें लगातार गोवंश की सड़क दुर्घटना में मौत हो रहा हैं। इधर कलेक्टर लगातार निर्देश जारी कर रहे हैं। इसके बावजूद लगातार गौवंश सड़क दुर्घटना का शिकार हो रही हैं। कोलारस विधानसभा क्षेत्र में 16 दिन के भीतर 17 गायों की मौत कुचलने से हो चुकी है। ट्रक के नीचे फंसी गई थी गाय गो सेवकों ने निकाला जानकारी के मुताबिक बदरवास थाना क्षेत्र के श्रीपुर गांव के पास गुना-शिवपुरी हाईवे पर सड़क पर बैठी तीन गायों को आज सुबह किसी अज्ञात ट्रक ने कुचल दिया। इस घटना में दो गाय की मौत हो गई। वहीं एक गाय गंभीर रूप से घायल हुई हैं। जिसका इलाज ग्रामीणों द्वारा किया और उसे मौके से हटाया। दुर्घटना के बाद गोवंश के शव हाईवे पर ही पड़े रहे। वहीं एक अन्य घटना दिनारा थाना क्षेत्र के कृष्णा चौराहा से सामने आई जहां सड़क पर बैठी गाय से मिनी ट्रक टकरा गया। इस घटना में गाय मिनी ट्रक के नीचे फंसकर रह गई। इस घटना की जानकारी लगते ही दिनारा के गो सेवक कल्लू महाराज मौके पर पहुंचे। जहां मशक्कत के बाद ट्रक के नीचे फंसी गाय को निकाला बाद में उसे उपचार के लिए गोशाला ले जाया गया। हाईवे से गोशालाओं में गोवंश को शिफ्ट करने का अभियान सक्रिय रहे-कलेक्टर बता दें कि 27 अगस्त को कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी ने बैठक में गौवंश को बचाने जिन अधिकारियों, कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई थी। उन्हें कोटा झांसी हाईवे, कोलारस बदरवास गुना हाईवे पर निराश्रित गोवंश को नजदीकी गोशाला में पहुंचाने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था कि शहर के प्रमुख मार्गो, हाईवे पर निराश्रित गोवंश के कारण कई बार बड़ी दुर्घटना होती हैं, जिसमें न केवल जान माल बल्कि पशुओं को भी हानि पहुंचती है। अभी अभियान चला कर हाईवे से गोशाला में गोवंश को शिफ्ट करने का काम किया जा रहा है। यह अभियान सक्रिय रूप से जारी रहना चाहिए। आयोजित बैठक में पशुपालन विभाग के उपसंचालक डॉक्टर तमोरी ने कहा था कि जिले में 43 गोशालाएं हैं जिनमें अभी अभियान चलाकर हाईवे से नजदीकी गोशाला में प्रतिदिन सैकड़ों गोवंश को पहुंचाया जा रहा है। जबकि धरातल पर अधिकारियों द्वारा बताए गए कार्य के विपरीत परिणाम देखने को मिल रहा हैं। पचावली के पुल पर बैठी रहती हैं सैकड़ों गाय भले ही कलेक्टर ने सड़क से गाय को हटाने के निर्देश जारी किये हैं। भले ही पशुपालन विभाग ने कलेक्टर के सामने सैकड़ों गायों को सड़क से हटाकर गोशाला पहुंचाने के आंकड़े बताये हो लेकिन धरातल से कुछ और भी तस्वीर निकलकर आ रही हैं। बता दें रन्नौद थाना क्षेत्र के पचावली गांव में सिंध नदी पर बने पल पर सैकड़ों गायों को एक साथ बैठा हुआ देखा जा सकता हैं। जबकि यह मार्ग रन्नौद से होकर पिछोर और ईसागढ़, अशोकनगर से लेकर भोपाल को जोड़ता हैं। इसके बावजूद पुल के ऊपर बैठी गायों को हटाने का कार्य नहीं किया गया हैं।