कोलकोता रेप-मर्डर केस के बाद शासन और सुप्रीम कोर्ट के मिले निर्देशों को लेकर इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज ने अपने अधीनस्थ अस्पतालों में सुरक्षा में कसावट की है एमवाय अस्पताल, एमटीएच, सुपर स्पेशिएलिटी, टीबी हॉस्पिटल सहित अपने अधीनस्थ अस्पतालों में सुरक्षा को लेकर हॉस्पिटल सेफ्टी कमेटी और वायलेंस प्रिवेंशन कमेटी गठित की है। इसमें 35 सदस्य हैं। इन कमेटियों में संबंधित हॉस्पिटल के सुपरिटेंडेंट, विभागों के एचओडी, संबंधित थाने के टीआई, सुरक्षा और हॉउस कीपिंग सर्विस के प्रबंधक शामिल हैं। डीन डॉ. संजय दीक्षित ने अस्पताल की सुरक्षा बढ़ाने के लिए सरकार के नौ सूत्री निर्देशों पर खास जोर दिया है। अस्पतालों में महिला डॉक्टरों के लिए अलग से ड्यूटी रूम की व्यवस्था की जा रही है। एमवाय अस्पताल में तो इसकी शुरुआत भी हो गई है। दरअसल पहले मेल-फीमेल के लिए हर फ्लोर पर दो-दो ड्यूटी रूम की व्यवस्था थी। अब नई व्यवस्था में उनके ड्यूटी रूम में बेड, रेफ्रिजरेटर, आरओ वाटर सहित हाइजीन मेंटेन किया जाएगा। इसके साथ ही हर फ्लोर पर सारे सीसीटीवी पूर्ववत लगे हुए हैं। जहां दरकार है वहां भी सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। अस्पतालों की सुरक्षा को लेकर शनिवार को बैठक उधर, गुरुवार को मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा ने प्रदेश के सभी कमिश्नरों, कलेक्टरों की वीडियो कॉन्फ्रेंसी से बैठक ली। बैठक के बाद कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि इंदौर में सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था में कसावट की जाएगी। शनिवार को इसे लेकर सौ बेड से ज्यादा क्षमता वाले अस्पताल संचालकों की बैठक आयोजित की गई है। इसमें सुरक्षा प्रबंधों को लेकर दिशा-निर्देश दिए जाएंगेष