छेड़खानी के मामले में फरियादी को धमकाने के आरोप में सीनियर क्रिमिनल लॉयर समेत 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सतना पुलिस मुश्किल में पड़ गई है। इस मामले में लामबंद हुए वकीलों ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और अधिवक्ता संघ के बैनर तले एसपी ऑफिस जा पहुंचे। जानकारी के मुताबिक, अदालत में विचाराधीन नाबालिग के साथ छेड़खानी के एक मामले में पीड़िता को बयान बदलने के लिए धमकाने के आरोप में सिविल लाइन थाना पुलिस ने प्रकरण के आरोपी समेत 5 लोगों के खिलाफ बुधवार को देर रात मुकदमा दर्ज किया है। जिनके खिलाफ प्रकरण कायम किया गया है। उनमें कल्याण सिंह उसके पिता दमन सिंह, भाई रावेंद्र सिंह तथा मां शोभा सिंह सभी निवासी रामपुर चौरासी के अलावा सतना के सीनियर क्रिमिनल लॉयर रामानुज सेन भी शामिल हैं। शिकायत कर उन पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने पीड़िता को अदालत में बयान बदलने के लिए धमकाया। गत 27 अगस्त को अदालत में जब पीड़िता गवाही देने गई थी तब भी उस पर दबाव बनाया गया और फिर रात लगभग 11 बजे घर पहुंच कर भी न केवल आरोपियों में धमकाया बल्कि रास्ता रोका और मारपीट भी की। भड़के वकील पहुंचे एसपी ऑफिस सीनियर क्रिमिनल लॉयर आरएन सेन के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने की खबर जब गुरुवार की सुबह कचहरी में वकीलों को मिली तो उनका आक्रोश भड़क उठा। वकील लामबंद हो गए और अधिवक्ता संघ के बैनर तले बड़ी संख्या में पुलिस अधीक्षक कार्यालय जा पहुंचे। वकीलों ने एडिशनल एसपी शिवेश प्रताप सिंह से मुलाकात की और सिविल लाइन पुलिस की इस कार्रवाई पर सख्त नाराजगी तथा ऐतराज जताया। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष बद्री विशाल पाठक के नेतृत्व में आए अधिवक्ताओं ने एडिशनल एसपी को ज्ञापन सौंपा और जांच कर झूठे मुकदमे को खत्म करने तथा सिविल लाइन थाना प्रभारी के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की। एडिशनल एसपी ने अधिवक्ताओं को निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया है। इस मामले में सीनियर एडवोकेट आरएन सेन का कहना है कि उनके खिलाफ साजिश रच कर झूठा मामला दर्ज कराया गया है। लंबे करियर में उन पर कभी कोई आरोप नहीं लगे।