सिंहपुर गांव में एक 6 महीने की गर्भवती महिला के साथ पड़ोसियों ने मारपीट की थी। जिसकी 11 दिन पहले डिलीवरी हो गई थी। समय से पहले जन्मी नवजात महज 11 दिन ही जिंदा रही, इस दौरान उसका इलाज चलता रहा। इसी दौरान एसएनसीयू वार्ड में उपचार के दौरान मौत हो गई। गुरुवार को शव का पोस्टमार्टम किया गया। सीताराम आदिवासी ने बताया की 17 अगस्त को उसके पिता अमोल सिंह गांव की दुकान में बीड़ी लेने के लिए जा रहे थे। इसी दौरान उनके साथ उसी के गांव के भागचंद्र एवं शिशुपाल शराब के नशे में मारपीट करने लगे। तभी सीताराम भी बचाने के लिए पहुंचा तो, उसको भी पीटने लगे। ससुर एवं पति के साथ मारपीट होते देख कलाबाई बचाने के लिए गई। उन लोगों ने उसके साथ भी मारपीट की और उसके पेट में लात मार दी। कला बाई 6 महीने की गर्भवती थी। मारपीट की वजह से महिला का पेट दर्द होने लगा। जिसके बाद उसे चंदेरी सिविल अस्पताल लेकर गए वहां से जिला अस्पताल भेज दिया, जहां पर रात को डिलीवरी हो गई। सही समय से पहले डिलीवरी होने के कारण नवजात का वजन कम था इस वजह से एसएनसीयू वार्ड में भर्ती किया गया था। बुधवार की रात को बच्ची की मौत हो गई। जिसके बाद उसे चंदेरी लेकर गए वहां से वापस जिला अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।