शिक्षक दिवस (5 सितंबर) को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सीएम राइज स्कूलों का उद्घाटन कर रहे हैं। इस घोषणा के साथ ही शिक्षक भविष्य को लेकर चिंतित हो गए हैं। शिक्षक कांग्रेस का कहना है कि प्रदेश में 9200 सीएम राइज स्कूल खोलकर सरकार 94 हजार स्कूलों को बंद करने की तैयारी में है। जिससे शिक्षकों का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा। स्कूल कम होने से भविष्य में शिक्षकों की भर्ती पर भी असर पड़ेगा। संगठन के प्रांताध्यक्ष सतीश शर्मा एवं वरिष्ठ प्रांतीय उपाध्यक्ष राजेश सिंह राजावत, प्रांतीय सचिव कौशल शर्मा ने सरकार के उस आदेश का हवाला देते हुए कहा कि सीएम राइज स्कूलों में शासकीय स्कूलों के छात्रों को शिफ्ट करने की योजना है, जिससे सरकारी स्कूल बंद होंगे और शिक्षकों की कमी बढ़ेगी। वे कहते हैं कि लोक शिक्षण संचालनालय ने एक आदेश जारी कर कहा कि जहां पर सीएम राइज स्कूल खुल रहे हैं उनके 5 किमी दायरे में आने बाले शासकीय स्कूलों के छात्रों को सीएम राइज स्कूलों में प्रवेश दिया जाएगा और धीरे-धीरे शासकीय स्कूलों को बंद किया जाएगा। शर्मा कहते हैं कि शासकीय स्कूलों के छात्रों को सीएम राइज स्कूलों में प्रवेश दिया जाता है तो प्रदेश के 94 हजार से ज्यादा शासकीय स्कूलों को बंद करने की साजिश चल रही है। इतने स्कूलों के छात्रों को 9200 सीएम राइज स्कूलों में शिफ्ट किया जाएगा। मुख्यमंत्री 5 सितंबर को सीएम राइज स्कूल का उदघाटन करने वाले हैं। पहले चरण में 250 से ज्यादा सीएम राइज स्कूलों की तैयारी चल रही है। मध्य प्रदेश शिक्षक कांग्रेस ने सरकार से मांग की है कि सीएम राइज स्कूलों के 5 किमी दायरे के अशासकीय विद्यालयों के छात्रों का प्रवेश कराया जाए। जहां सरकार नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 (आरटीई) के तहत निर्धन छात्रों की फीस देकर प्रवेश दिलाती है। मांग करने वालों में अशोक प्रताप सिंह, आरपी सिंह, महेंद्र दीक्षित, दीपेन्द्र सिंह, नरेंद्र सिंह, कल्याण सिंह, हेमराज राणा, धर्मेंद्र सिंह, अमित सेंगर,अनीता सारस्वत, आशुतोष पांडे, रामरतन सिंह तोमर आदि शामिल हैं।