भोपाल में 30 सितंबर से इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (IATO) का 39वां राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू होगा। 4 दिन चलने वाले इस सम्मेलन में देशभर के 1 हजार टूर ऑपरेटर्स, ट्रेवल एजेंट्स और होटलियर्स समेत टूरिज्म से जुड़े प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। 30 अगस्त से 2 सितंबर तक होटल ताज लेक फ्रंट में राष्ट्रीय सम्मेलन होगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सम्मेलन का शुभारंभ करेंगे। इसलिए भोपाल में हो रहा सम्मेलन ‘रीसर्जेंट इंडिया इनबाउंड’ थीम पर होने वाले इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य वर्तमान पर्यटक आकर्षणों के बारे में जागरूकता को बढ़ाना और IATO के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में अनुभव आधारित पर्यटन और ऑफ-बीट गंतव्यों को प्रचारित करना है। साल 2023 में एमपी में कुल 112.1 मिलियन पर्यटक आए थे, जबकि 2022 में यह संख्या 34.1 मिलियन थी। आध्यात्मिक और धार्मिक पर्यटन भी हो रहा एमपी टूरिज्म बोर्ड के अनुसार, प्रदेश में वर्तमान में आध्यात्मिक और धार्मिक पर्यटन तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। हर साल लाखों टूरिस्ट प्रदेश के आध्यात्मिक और धार्मिक स्थानों पर पहुंचते हैं। इनमें महाकाल मंदिर उज्जैन समेत दतिया, ओंकारेश्वर जैसे प्रमुख स्थान भी शामिल हैं। सभी को एक मंच मिलेगा इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स राज्य के पर्यटन आकर्षणों को प्रचारित करने और आध्यात्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों पर केंद्रित नए पर्यटन सर्किट विकसित करने का मंच प्रदान करेगा। सम्मेलन के दौरान 12 FAM टूर संचालित किए जाएंगे। जिसमें टूर ऑपरेटर्स को प्रदेश के विभिन्न पर्यटन गंतव्यों का भ्रमण कराया जाएगा। साथ ही एक सितंबर को वीआईपी रोड से ‘रन फॉर रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म’ भी की जाएगी। प्रदेश में बढ़ी पर्यटकों की संख्या प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला ने बताया- प्रदेश में 12 राष्ट्रीय उद्यान, 25 अभयारण्य, 7 बाघ अभयारण्य, 14 यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल (3 स्थायी एवं 11 संभावित स्थल) हैं। सम्मेलन का उद्देश्य वर्तमान पर्यटक आकर्षणों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना और IATO के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अनुभव आधारित पर्यटन और ऑफबीट गंतव्यों को प्रचारित करना है।